दोहरे हत्याकांड के आरोपित की इलाज के दौरान मौत

गोंडा।वृद्ध दंपत्ति की नृशंस हत्या के मामले में आरोपित शौकत अली (45) जिला कारागार में बंद थे।खबर है, उनकी अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हेें इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था।जहां उनकी मौत हो गई।बताया जाता है, कि शौकत अली इटियाथोक थाना क्षेत्र के गांव बेलभरिया के निवासी थे।पुराने मुकदमे और भूमि विवाद को लेकर गत 13 जुलाई 2022 को गांव के ही बुजुर्ग दंपति जाकिर पुत्र मोहम्मद सत्तार (75) व ननका पत्नी जाकिर (70) की सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।मृतक दंपत्ति के पुत्र नासिर रजा की तहरीर पर गांव के ही कल्लू उर्फ इसरार व शौकत अली के विरुद्ध कत्ल का मुकदमा दर्ज हुआ था।मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर शौकत अली को सांस लेने में दिक्कत होने लगी।जेल के अस्पताल में इनका प्राथमिक उपचार किया गया। हालत में सुधार न होने पर जेल के डॉक्टर ने इन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। गुरुवार की सुबह इलाज के दौरान इनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों को सूचना दी गई।

एक दिन पहले मिले थे परिजन

जेल अधीक्षक ने बताया कि शौकत अली पूर्व से ही न्यूरो के पेशेंट थे। एक दिन पहले इनके परिजनों ने उनसे मुलाकात भी किया था। उस समय यह ठीक-ठाक थे। जनवरी माह में भी एक बार इनकी तबीयत खराब हुई थी। तब इन्हें जेल प्रशासन ने लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर इलाज के बाद शौकत ठीक हो गए थे। कल अचानक इनकी तबीयत खराब हुई। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद यहां के डॉक्टर ने जिला अस्पताल भेज दिया था। जहां पर इलाज चल रहा था। सुबह मौत हो गई।

दोहरे हत्याकांड में दस बीघे जमीन, बनी थी मुख्य वजह

जन चर्चा के मुताबिक,मृतक जाकिर और विपक्षी कल्लू एवं शौकत ने एक दूसरे पर भूमि विवाद और गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।जिसमें दोनों पक्ष पूर्व में जेल भी गए थे।जेल से छूटने के बाद दोनों में समझौता हो गया और जमीन जाकिर के कब्जे में रही।जिसकी कसक कल्लू और शौकत के बीच में अंत तक रही।

गुरुवार देर शाम को हुआ अंतिम संस्कार

जेल प्रशासन द्वारा परिजनों को सूचना दी गई थी। परिजनों के पहुंचने के बाद शव का पंचनामा कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।जिसके बाद गुरुवार देर शाम को शव का अंतिम संस्कार किया गया।