बरेली अपने डूबे पैसे वापस मिलने की आस में कलेक्ट्रेट गेट पर सुबह से ही लगी निवेशकों की लाइन

बरेली पीएसीएल और सहारा आदि अन्य फाइनेंस कंपनियों में एफडी कराने के नाम पर डूबे अपने रुपयों के पाने की आस में करीब एक हफ्ते से कलक्ट्रेट में सुबह आठ बजे से लोग लाइन में लगे हैं। मंगलवार को भी लोगों की भीड़ देखी गई पी एसी एल और सहारा आदि अन्य फाइनेंस कंपनियों में एफडी कराने वालों में एक बार फिर से अपना डूबा रुपया वापस मिलने की आस जगी है। शासन द्वारा प्रदेश भर में ऐसे लोगों की सूची मांगी गई है। शनिवार से ऐसे लोंगो की भारी संख्या में कलेक्ट्रेट में भीड़ लगी है। एडीएम (एफआर) के कमरे में लोग अपने कागजात लेकर आ रहे हैं।चिटफंड कंपनियों में जमा धनराशि को वापस दिलाने की दिशा में सरकार ने एक नई पहल शुरू की है। इसके लिए सरकार ने कलेक्ट्रेट में एक अलग से काउंटर लगवाया है। जिसमें चिटफंड कंपनियों के पीड़ित व्यक्ति अपना फॉर्म भरकर अपने पैसे वापसी के लिए आवेदन कर सकते हैं। फाइनेंस कंपनी में जमा पैसे के वापस मिलने की उम्मीद में कलेक्ट्रेट में लोगों की भीड़ देखी गई। फॉर्म जमा करने के लिए हजारों की संख्या में लोग लाइन में खड़े रहे। इन कंपनियों में विशेष कर दो कंपनी पीएसीएल और सहारा में सबसे ज्यादा आवेदन आए हैं। फिलहाल लोगों की भीड़ को देखते हुए आवेदन अभी कुछ दिन और चलेंगे।संतोष बहादुर सिंह (एडीएम एफआर) ने कहा, हमारे पास लगातार फार्म आ रहे है। अभी तक तीन हजार के करीब फार्म आ चुके हैं। जब तक लोग आते रहेंगे फार्म लिए जाते रहेंगे। उसके बाद जैसे सरकार निर्देश देगी वैसा कार्य किया जाएगा।