ग्रामीणों को नहीं मिल रहा पेयजल, शोपीस बनी पानी की टंकी

गोंडा। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई पेयजल योजनाएं धरातल पर कारगर नहीं दिखती।ग्रामीण कहते हैं कि करोड़ों रुपये योजना पर खर्च किए गए,लेकिन आठ महीने से पानी की बूंद नसीब नहीं हुई।इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत लक्ष्मणपुर लाल नगर के मजरा गांव उजार पुरवा में विद्युत ट्रांसफार्मर खराब होने से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है।आठ महीने से पानी की सप्लाई नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।गांव के लोगों ने कई बार नलकूप के मोटर, ट्रांसफार्मर व कई जगह क्षतिग्रस्त हो चुके पाइप लाइन बनवाये जाने की मांग की, लेकिन उसे ठीक नहीं कराया गया।स्थानीय लोगों की मानें तो पहली बार यह दिक्कत नहीं हुई है।इसके पहले भी जिम्मेदारों की लापरवाही से लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ा था।

8 माह से पानी की आपूर्ति बाधित

लक्ष्मणपुर लाल नगर पंचायत के 22 गांवों में लगभग 6000 की आबादी बताई जा रही है।जिसमें उजार पुरवा गांव में पानी टंकी बनी हुई है।आठ माह से भी ज्यादा समय से पानी की टंकी खराब पड़ी है। ग्राम प्रधान दशरथ राजभर ने बताया कि गांव में कुछ जगहों पर पाइप लाइन भी बाधित हो गई है।

पानी की टंकी ही एकमात्र सहारा

ग्रामीणों ने बताया कि पानी की टंकी दिखावे का साधन बनकर रह गई है।नलकूप की मोटर आए दिन खराब होती रहती है।शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।जिससे गांव में पेयजल की समस्या आए दिन बढ़ती जा रही है।गांव के अधिकतर हैंडपंप खराब पड़े हैं।जिससे गांव के लोगों के लिए पानी की टंकी ही एकमात्र सहारा है,लेकिन पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है।

जिम्मेदार के बोल

इस पूरे मामले को लेकर जल निगम के जेई सरोज गुप्ता का कहना है ग्रामीणों को जल्द ही पेयजल समस्या से निजात मिलेगी।