प्रधान की दबंगई, बिना नोटिस-सूचना मजदूर के घर पर चलवा दिया बुल्डोजर, सदमे में परिवार

गोंडा। कहते हैं कुर्सी की पावर सिर चढ़कर बोलती है। चाहे तो किसी की मदद कर दे, चाहे तो किसी पर भी सितम ढहा दे। योगी सरकार का बुल्डोजर भू-माफिया और अपराधियों के लिए आफत बना हुआ है, लेकिन अब कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी करने लगे हैं।इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत विजय गढ़वा में दबंग ग्राम प्रधान ने एक गरीब के आशियाने को बुल्डोजर चलाकर उजाड़ दिया। बेघर परिवार सर्द मौसम में रात को भी खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।

रो-रोकर समेट रहे घर का मलबा

परिवार ध्वस्त मकान का मलबा रो-रोकर समेट रहा है। परिवार चिंता में है कि आखिर वह आर्थिक तंगी के बीच किस तरह दोबारा अपना आशियाना बना पाएगा।पीड़ित परिवार ने हल्का लेखपाल और प्रधान पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।

15 साल से परिवार रह रहा था उसी घर में

मामला इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के विजय गढवा गांव का है।यहां करीब 15 वर्षों से रतीराम पत्नी सुंदरवती व छोटे-छटे बच्चों के साथ रहे हैं। रोते बिलखते हुए सुंदरवती ने बताया कि पूर्व में ग्राम प्रधान ने उससे 25 हजार रुपये लेकर ग्राम समाज की जमीन पट्टा करने की बात कही थी।उसी जमीन में वह फूस का घर बनाकर परिवार सहित रह रही थी।आरोप है, 20 हजार रुपए ग्राम प्रधान और मांग रहे थे।पैसा ना देने पर रविवार को जब परिवार घर पर नहीं था तो उस समय ग्राम प्रधान और हल्का लेखपाल बुल्डोजर लेकर पहुंच गए और घर को तोड़ दिया।

ठंड में खुले आसमान के नीचे रह रहा परिवार

घर को छति ग्रस्त करते हुए पीड़ित के घर में नल, जरूरी सामान व बर्तन मिट्टी के नीचे दबकर बेकार हो गए।जब परिवार के लोग वापस लौटे तो उनके होश उड़ गए।पीड़ित का पूरा परिवार अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है।

जिम्मेदार के बोल

इस संदर्भ में राजस्व निरीक्षक अरुण कुमार सिंह से फोन पर जब पूछा गया,तो उन्होंने बताया कि ग्राम समाज की जमीन खाली कराने से पहले हल्का लेखपाल को नोटिस व सूचना देनी चाहिए थी।