जीएसटी इनकम टैक्स टीम द्वारा की जा रही छापेमारी को लेकर आज चौथे दिन भी बंद रही कस्बा मिश्रित के बड़े व्यापारियों की दुकानें।

�सीतापुर / महर्षि दधीचि की पावन तपो भूमि कस्बा मिश्रित में बीते सोमवार से जीएसटी इनकम टैक्स टीम द्वारा बराबर छापेमारी का दौर चल रहा है । जिससे इस धार्मिक कस्बे के बड़े व्यापारी अपनी दुकाने बंद किए हुए है । आज चौथे दिन �गुरुवार को भी जीएसटी इनकम टैक्स टीम कस्बे में दिखाई दी । परन्तु सभी बड़ी दुकाने बंद मिली । इस छापेमारी की सूचना आग की तरह समूचे कस्बे में फैल गई । �जिसको लेकर कपड़ा , किराना , खाद विक्रेता , स्वर्णकार , वर्तन विक्रेता , आदि सभी बड़े दुकानदारों में खलबली मची रही । वह अपनी दुकानें बंद करके गायब हो गए । और घरों से व्यापारी इधर-उधर फोन करके �अधिकारियों की जानकारी करने में व्यस्त रहें । जब कि कस्बा �मिश्रित के लगभग सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानों पर जीएसटी नम्बर तो लिखवाकर लगा रखा है । तो फिर दुकानदार छापेमारी और जांच से क्यों डर रहे हैं । या तो इनका जीएसटी नम्बर फर्जी है । या फिर जितना दुकानों में माल भरा है । उसके सापेक्ष में यह इनकम टैक्स अदा नही करते है । यह गम्भीर जांच का विषय है । इस छापेमारी के दौरान बंद दुकानों के दुकानदारों को चिन्हित करके अगर उनके विरुद्ध एक बार कड़ी प्रशासनिक कार्यवाही कर दी जाए । तो शायद यह ईमानदारी से दुकानदारी करने लगेगे । सबसे बड़ी बात तो यह है । कि वर्तमान समय सहालक का दौर चल रहा है । लोगों को खाद्य सामग्री से लेकर जेवर , कपड़ा , बर्तन आदि वस्तुओं की विशेष आवश्यकता है । यह �दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके रात के अंधेरे में दूने रेट पर वस्तुऐं प्रदान कर रहे है । जिससे आम नगरिक का जहां शोषण हो रहा है । वहीं प्रत्येक माह शैल टैक्स की चोरी करके सरकार को लाखों का चूना लगा रहे है । जब यह आलम कस्बा मिश्रित का है । तो तहसील क्षेत्र के कस्बा मछरेहटा , नैमिषारण्य , आंट , कुतुबनगर आदि का आलम क्या होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है ।