पीड़ित का आरोप पांच हजार सुविधा शुल्क की मांग ,अधर में लटकी है वरासत।

�सीतापुर / एक तरफ जनहित के कार्यों को प्राथमिकता देने सम्बन्धी शासकीय निर्देशानुक्रम में तहसील के उपजिलाधिकारी लेखपालों पर जहां कार्यवाही का चाबुक चला रहे हैं वहीं प्रशासन को दबाव में लेने के लिए संचालित लेखपाल संघ के बलबूते पर यहां तहसील के निरंकुश लेखपाल अपनी घूसखोर प्रवृत्ति को न छोड़ कर बेरोकटोक धन उगाही करने के आगे जायज कार्यों को करने में �कतरारहे हैं ताजा मामला तहसील मिश्रित के ग्राम ढेडरहा का प्रकाश में आया है जहां का निवासी राहुल पुत्र रामस्वरूप ने तहसील समांधान दिवस अधिकारी को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है । कि उसके पिता रामस्वरूप का बीते वर्ष �देहांत हो गया था । उनका खेत परगना औरंगाबाद के ग्राम रहिमाबाद में स्थित है । उसने खेत की वरासत हेतु अपने अभिलेख आनलाइन कराए थे । परंतु क्षेत्र में तैनात लेखपाल राजू यादव उससे वरासत करने लिए 5000 रुपए की मांग रहे है । वह एक गरीब किसान है । लेखपाल को यह सुविधा शुल्क दे पाने में असमर्थ है । जिससे क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा उसकी वरासत नहीं की जा रही है । पीड़ित का आरोप है । कि �वरासत न हो पाने से उसका गन्ना सर्वे उसके नाम नहीं हो पा रहा है । और मिल फैक्ट्री द्वारा सट्टा भी नहीं बनाया जा रहा है । वह काफी परेशान है । इस लिए पीड़ित ने आज तहसील समांधान दिवस अधिकारी को मामले का शिकायती पत्र देकर क्षेत्रीय लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की हैं ।