एक ही गांव के तीन मासूम छात्रों की तालाब रुपी गड्ढे मे डूबने से मौत,मचा कोहराम 

पूरनपुर,पीलीभीत।ईंट भट्ठा मालिक द्वारा ईट पाथने के लिए खोदी गई मिट्टी से बने गड्ढे में भरे पानी में डूबकर तीन मासूम छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई।हादसे को लेकर गांव में अफरा तफरी मच गई।जानकारी लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया।रोते बिलखते परिजनो के साथ दर्जनों लोग घटनास्थल पर पहुँच गए।सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल गांव पहुँच गया।जाँच पड़ताल के बाद तीनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।घटना को लेकर गांव में सन्नाटा छा गया।वहीं तीनों मासूमों के घरों में लोगों का तांता लग गया।घटना की जानकारी लगते ही तहसीलदार,क्षेत्रीय विधायक व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सहित तमाम लोग गांव पहुँच गए। जहां सभी ने घटना के प्रति गहरा शोक जताया है।नाम मात्र की परमिशन लेकर ईंट भट्टा मालिकों द्वारा कई दिनों तक अवैध रूप खनन किया जाता है।जिससे खेत तालाब का रूप ले लेते हैं।थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के पटिहन गांव के बाहर पश्चिम दिशा में ईंट भट्टा संचालित है।जिसके द्वारा कुछ महीनों पहले बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया गया था।जिससे खेत में सात से आठ फिट गहरा एक गढ्ढा वन गया।जिसमे इन दिनों पानी भरा हुआ है।

रविवार को थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के गांव पटिहन निवासी श्रीदेव का पुत्र लोकेन्द्र पडोस के ही सपनिल व सचिन तीनों छात्र है।रविवार को छुट्टी होने के चलते तीनों एक साथ गांव के बाहर धान की वाली वीनने के लिए निकले।गांव के वाहर जेसीवी से खोदे गए गड्ढों में कई फिट पानी भरा है।तीनों मासूम तालाब रुपी गड्ढे के पास पहुंचे इसी दौरान अचानक तीनों बच्चे गहरे पानी में डूब गए।पानी मे तीनों को डूबता हुआ देख मृतक सचिन की बहन काजल चिल्लाते हुए गांव पहुँची।उसने तीनों के पानी मे डूबने की जानकारी परिजनों को दी।इस पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए।बमुश्किल लोगों ने तीनों मासूमों को बाहर निकाला।आनन-फानन में उनके उपचार के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था।लेकिन तब तक तीनो की मौत हो गई।सूचना मिलते ही परिजनों में चीत्कार मच गई।आनन-फानन में परिजन रोते विखलते मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर थाना सेहरामऊ उत्तरी प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार मिश्रा, सुल्तानापुर चौकी इंचार्ज सनी कुमार, उपनिरीक्षक रिशाल सिंह,उपनिरीक्षक विनोद तिवारी पुलिस टीम के साथ गांव पहुँच गए। घटना की जानकारी लगते ही तहसीलदार भी मौके पर पहुंच गए।जांच पड़ताल करने के बाद पुलिस ने तीनों मासूमों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।गांव में तीन मासूमों की मौत हो जाने से गांव में मातम छाया हुआ है।

--अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे लोकेंद्र और सचिन--

पटिहन गांव में हुई तीन मासूमों की मौत की घटना से हर किसी की आंखे नम है। वही लोकेंद्र अपने पिता श्री देव व माँ बिंदेश्वरी देवी का इकलौता बेटा था। और वही सचिन भी अपने पिता अवनीश और माँ संतोषी का इकलौता बेटा था। दोनों की मौत से माता पिता चीख चीख कर रो रहे थे और अपने बेटों को रो रो कर पुकार रहे थे। लोकेंद्र की तीन बड़ी बहन प्राशी ,नैनशी व भाग्यशाली हैं। जिसमें लोकेंद्र सबसे छोटा था। सभी बहने उसे बहुत प्यार करती थी। तीनों बहने रो रो कर लोकेंद्र को पुकार रही थी। वही सचिन अपनी एक बहन काजल का अकेला भाई था। वही मृतक तीसरा मासूम सपनिल दो भाई था। जिसमें वह बड़ा था। अब उसका एक छोटा भाई नितेश है। जो एक वर्ष का है। दीपावली के बाद सपनिल के पिता विपिन हरियाणा मजदूरी करने गए थे। बेटे की मौत की खबर लगते ही माँ बेसुध होकर गिर पड़ी। वही पिता को बेटे की मौत की खबर लगते ही वह रोने बिलखने लगें और हरियाणा से घर के लिए चल दिये। तीनों मासूमों के घरों में कोहराम मचा हुआ है।"ग्राम पटिहन स्थित तालाब में फूल लेने गये तीन बच्चों की तालाब में डूबने के कारण मृत्यु हो गयी। सूचना पर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर जाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। व तीनों मासूमों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।"-कमलेश कुमार मिश्रा- प्रभारी निरीक्षक सेहरामऊ उत्तरी