रेप पीडिता हुयी पांच की माह गर्भवती

  • थाना प्रभारी ने नहीं की किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी
  • रेप पीड़िता लगातार लगा रही न्याय की गुहार

बड़ागांव/वाराणसी- थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी एक युवती के साथ युवक ने ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। जिससे रेप पीडिता गर्भवती हो गयी। वहीँ मामले में जब रेप पीडिता थाने में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने गयी तो थाना प्रभारी के द्वारा मुकदमा दर्ज करने में जमकर लापरवाही वरती गई।

आपको बता दें कि जनपद वाराणसी की एक रेप पीड़िता ने बताया कि थाना फूलपुर क्षेत्र के गाँव बेलवा निवासी अश्वनी सिंह उर्फ़ प्रिंस पुत्र अजय सिंह ने ब्लैकमेल कर शादी का झांसा देते हुए रेप किया। जिससे वह 27 जुलाई 2022 को गर्भवती हो गयी। जब इसकी जानकारी लड़का और उसके परिवार वालों को हुयी तो उसके पिता अजय सिंह, माँ प्रतिमा सिंह, भाई प्रान्सू सिंह, चाचा सुजीत सिंह ने उसका संपर्क ख़तम करवा दिया। वहीँ लड़के का चाचा सुजीत सिंह एक हिस्ट्रीशीटर है. जिसके एक लंबा आपराधिक इतिहास भी है। वहीँ आगे रेप पीड़िता ने बताया कि यदि उसे और उसके परिवार वालों को कुछ भी होता है तो उसके जिम्मेदार लड़के के घर वाले ही होंगे।

रेप पीड़िता ने किया ट्वीट, पुलिस की हुयी थू-थू तब करी रिपोर्ट दर्ज

आपको बता दें कि जब रेप पीड़िता अपने साथ हुयी रेप की घटना के सम्बन्ध में रेप पीड़िता ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना गयी। तो थाना प्रभारी अश्वनी ने उसकी रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की गयी। जिसके बाद रेप पीड़िता ने अपने साथ हुयी घटना का ट्वीट किया। जब ट्वीट करने से पुलिस की थू-थू हुयी तब जाकर चार महीने बाद 03 अक्टूबर को दुष्कर्म की धारा और गाली ? गलौज की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया।

एक माह बीतने पर भी आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं

आपको बता दें कि रेप पीड़िता के द्वारा एक माह पूर्व थाने में अपने साथ ही वर्वरता की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन यहाँ की पुलिस की शिथिल कार्यशैली के चलते अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है। यहाँ पर पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध के घेरे में है।

थाना प्रभारी आरोपियों को बचाने में जुटे

रेप पीड़िता ने सिटीअपडेट को बताया कि बड़ागांव थाना प्रभारी कार्यवाही करने के बजाय आरोपियों को बचाने में जुटे हुए हैं। मेरी रिपोर्ट लिखे हुए एक माह से भी अधिक का समय बीत चुका है। आरोपी पक्ष लगातार मुझपर दबाब बना रहे है, कि अपनी रिपोर्ट वापस लेले नहीं तो तेरे साथ अच्छा नहीं होगा।

क्या बोले क्षेत्राधिकारी

वहीँ इस मामले में क्षेत्राधिकारी बड़ागांव अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामला संज्ञान में है। पीड़िता के 164 के बयान दर्ज कराये जा चुके है। पीडिता द्वारा दिए गए बयानों का अबलोकन होना बकाया है। बयानों में जो भी स्पष्ट होगा उसी के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।