मांसपेशियों और जोड़ो के दर्द में फिजियोथैरेपिस्ट की सलाह से मिल सकती है बड़ी राहत - डॉ. उज़्मा

बढ़ती उम्र में मांशपेशियों और जोड़ों का दर्द सबसे बड़ी समस्या : डॉ.उज़्मा

मांसपेशियों और जोड़ो के रोग(ओस्टियोआर्थराइटिस) के कारण आजकल बढ़ती उम्र में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मांशपेशियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए दवाइयों के अधांधुंध प्रयोग के कारण कई अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा पैदा हो रहा है। इससे बचने के लिए फिजियोथैरेपिस्ट की मदद तथा उनकी सलाह लेकर इसका उपचार आसानी से किया जा सकता है.फिजियोथेरेपी के माध्यम से तमाम प्रकार की अर्थराइटिस की दिक्कतों को न सिर्फ ठीक किया जा सकता है साथी इस उपचार विधि के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार किया जा सकता है। यदि किसी को मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की समस्या रहती है और वह दवाइयों से बचना चाहता है तो उसे अच्छे फिजियोथैरेपिस्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए. घुटने की परेशानियां एवं कमर का दर्द आज के समय में मुख्य रोग हो गए हैं. जिसकी वजह से ज्यादातर लोगों को घुटना प्रत्यारोपण जैसी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे बचने का सिर्फ एक उपाय है कि आप जल्द से जल्द फिजियोथेरेपी की मदद से अपने जीवन में बदलाव लाकर बड़ी सर्जरी एवं दवाइयों से अपना बचाव कर सकते हैं. बीते कुछ वर्षों में लोगों के कारण लोगों के जीवन शैली में आए बदलाव के कारण मांसपेशियों एवं जोड़ों के दर्द की समस्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। इस समय में कम उम्र के लोग भी कई तरह के दर्द से परेशान हैं, जिसमें कमर, पीठ और घुटने मुख्य रूप से हैं. इसके इलाज के लिए लंबे समय तक लोगों को दवाइयों का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना दवाइयों के भी जोड़ों व मांसपेशियों की गंभीर दर्द की समस्या को ठीक किया जा सकता है फिजियोथेरेपी की मदद से ओस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों में मांसपेशियों की कमजोरी और तेज दर्द की समस्या देखी जा रही है. फिजियोथेरेपी में एकीकृत व्यायाम कार्यक्रम के माध्यम से इसके लक्षणों को ठीक करने में मदद मिलती है. लक्षणों को ठीक करने के साथ जोड़ों को मजबूती और दर्द की समस्या भी समाप्त हो जाती है.