वर्चस्व को लेकर हुए बाघ और तेंदुआ की भिड़ंत में तेंदुआ की मौत

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट

रविवार की शाम वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल - 2 के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के जटाशंकर वन परिसर के रहुआ नाला ग्रासलैंड के पास एक तेंदुआ का मृत्य अवस्था में शव मिला। घटना की सूचना मिलते ही वन कर्मियों की बेचैनी बढ़ गई। फौरन वन कर्मियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुट गई । इस बाबत दुरभाष पर पूछे जाने पर वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉक्टर नेशामणी ने बताया कि बाघ और तेंदुए की आपसी भिड़ंत में बाघ ने तेंदुए को मार डाला है। जिससे उसकी मौत हो गई है। मृत तेंदुआ की उम्र लगभग दो साल है। उसके शरीर पर बाघ के मारे जाने की जख्म एवं निशान मिले हैं।प्रथदृष्टाय बाघ और तेंदुए की भिड़ंत में बाघ ने तेंदुए को मार डाला है। लेकिन मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट व विसरा जांच से चलेगा। तेंदुआ के विसरा को जांच के लिए देहरादून व बरेली के प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। सूचना मिलते ही वीटीआर के निदेशक नेशामणि, वन प्रमंडल - 2 के डीएफओ डॉक्टर नीरज नारायण, वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर रोबिन आनंद, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार टोनी , वन प्रमंडल -1 के डॉक्टर संजीव रंजन ने मृत तेंदुआ के शव को पोस्टमार्टम किया। अधिकारियों के समक्ष घटनास्थल पर मृत तेंदुआ के शव को जलाकर दाह संस्कार कर दिया गया। फ़ोटो उपलब्ध नहीं हुआ है। फोटो उपलब्ध होते ही भेजा जाएगा।