चकिया- केवल राशन पर शासन कर रही बीजेपी,बिजली को दिखा रही ठेंगा,अघोषित कटौती से जनता बेहाल

चकिया- केवल राशन पर शासन कर रही बीजेपी,बिजली को दिखा रही ठेंगा,

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चकिया- जहां एक तरफ भाजपा सरकार द्वारा प्रदेशभर में सभी सुविधाओं को जनता तक पहुंचाने का ऐलान किया गया है। लेकिन उसके बाद आम जनता समस्याओं से जूझ रही है। बताते चलें कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा जनता को फ्री में राशन वितरण की बात कहते हुए तथा आम जनता को 24 घंटे बिजली देने का वादा करते हुए समर्थन मांगा गया था। और चुनाव जीतने के बाद भी सरकार द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है।जिससे कि आम जनता फ्री राशन में ही फसी रहे।और दूसरी ओर उसका ध्यान ही न हो। लेकिन वही प्रदेश भर में राशन पर शासन करने वाली भाजपा की सरकार ने बिजली को सरकार बनते ही ठेंगा दिखा दिया । और आज बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जिससे आम जनता पूरी तरीके से अस्त-व्यस्त है।

आपको बता दें कि क्षेत्र का अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार चल रहा है। सुबह 8:00 बजते ही प्रचंड धूप के बीच लू के थपेड़ों से हाल बेहाल गर्म हवा की तपिश देर रात तक महसूस की जा सकती है। ऐसे में बिजली की कटौती से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है।वहीं दिन में तो विद्युत आपूर्ति की स्थिति थोड़ी ठीक है लेकिन उतनी भी नहीं जिससे की आम जनता को पूरी तरह से राहत मिल सके। लेकिन रात में तो बिजली की अभूतपूर्व कटौती हो रही है। किसी रात तीन से 4 घंटे तक किसी रात मुश्किल से 2 घंटे बिजली लोगों को मिल पा रही है। ऐसे में रात में लोग जागरण करने को मजबूर हैं। वहीं दूसरी ओर इस संबंध में बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी में ऐसी इत्यादि का प्रयोग होने से बिजली की मांग बढ़ जाती है। जरूरत के अनुरूप लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है।लेकिन अगले कुछ दिनों में सुधार हो जाएगा। ऐसे में लोगों को अभी इंतजार ही करना पड़ेगा। बिजली कटौती के सती पिछले एक पखवारे से बनी हुई है।ऐसे में विभिन्न तरह की परीक्षायें देने वाले छात्र छात्राओं को भी पठन पाठन करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

*चकिया क्षेत्र में पिछले कई सालों से बनी है विद्युत व्यवस्था की समस्याएं*
आपको बता दें कि चकिया विधानसभा क्षेत्र में पिछली भाजपा की सरकार में भी बिजली व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं थी। और लोग काफी परेशान रहा करते थे जिसको लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों सहित शासन तक जनप्रतिनिधियों का आम जनता के माध्यम से प्रार्थना पत्र पहुंचाया गया लेकिन उसके बाद भी विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका वही पिछली सरकार में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल चंदौली जनपद के प्रभारी मंत्री हुआ करते थे। और जनपद में उनका लगातार आना जाना लगा रहता था और विद्युत व्यवस्था खराब होने की शिकायत एवं सुधारने को लेकर लगातार लोग शिकायत करते रहे और ऊर्जा राज्य मंत्री द्वारा केवल आश्वासन ही मिलता रहा जबकि जमीनी स्तर पर विद्युत व्यवस्था सुधारने का कोई भी कार्य नहीं किया गया।

*विद्युत विभाग के क्या हैं बोल*
बिजली विभाग के लोगों का कहना है कि जो ऊपर से बिजली आ रही है वह हम लोग दे रहे हैं। क्योंकि पूरा सिस्टम जर्जर है। उसको भी ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। इस क्रम में बिजली बाधित होना स्वभाविक है ऐसे में सरकार की घोषणा के अनुरूप क्यों विभाग बिजली नहीं दे रहा है। क्षेत्र में यह प्रश्न बना हुआ है। जबकि बिजली विभाग के लोग कहते हैं कि सरकार में बैठे नेताओं का क्या ? वह तो कुछ भी कर देंगे। किंतु बिजली आपूर्ति बिजली विभाग को करना है। जो बिजली मिल रही है।उसका अधिकतम उपयोग करते हुए उसे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें विभागीय कर्मचारियों अधिकारियों का कोई दोष नहीं है।

*बिजली कब आएगी,यह अधिकारी को भी नहीं मालूम*
बिजली आपूर्ति के संदर्भ में पूछने पर अवर अभियंता द्वारा बताया जाता है कि हम लोगों को स्वयं मालूम नहीं है कि बिजली कब आएगी। कितने देर रहेगी। और कब कट जाएगी। जो बिजली मिल रही है। उसका अधिकतम उपयोग उपभोक्ता करें।इसके लिए लगातार हम मुस्तैद हैं।