बेटे के जन्म पर ढोल, बेटी के जन्म पर उदासी, समाज को बदल ली होगी सोच : पालीवाल

राजसमंद 19 जनवरी युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरु युवा केंद्र के करियर महिला मंडल देवगढ़ द्वारा एक दिवसीय महिला सशक्तिकरण पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला महिला समाधान समिति सदस्य भावना पालीवाल और मुख्य अतिथि नेहरु युवा केंद्र की अवंतिका शर्मा ने की । महिला सशक्तिकरण पर विचार गोष्ठी ने आस पास कई युवतियों ने भाग लिया । जिला महिला समाधान समिति सदस्य भावना पालीवाल ने बताया की आज भी समाज में बेटी के प्रति सोच में बहुत ज्यादा बदलाव देखने को नहीं मिला। बेटा जन्म लेता है तो ढोल बजाकर खुशी मनाई जाती है, जबकि बेटी के आगमन पर तमाम परिवारों में मायूसी छा जाती है। बेटी को बोझ तक समझा जाता है। शिक्षा प्राप्त करने से भी कई बेटियां वंचित रह जाती हैं अथवा उच्च शिक्षा की लालसा का दमन हो जाता है। आज जरूरत है बेटियों के प्रति सोच को बदलने की। साथ ही बेटियों को नई राह दिखाने की। इसमें पूरे परिवार का सहयोग बहुत जरूरी है। महिलाएं अपने अंदर की शक्ति को जागृत करें, ताकि वह हर विकृत मानसिकता का सामना साहस और धीरज से कर सके। इस अवसर पर मंडल प्रभारी भावना सुखवाल ने मंडल द्वारा चलाये जा रहे सोन चिड़िया मेरी बिटिया अभियान से महिलाओं को जुड़ने के लिए कहा। कार्यक्रम में शिखा सोनी, विष्णु सोलंकी, प्रमिला रेगर, दुर्गा चौहान, स्वाति सोलंकी, मनीषा कुमारी, खुशबु, वीणा कुमारी, प्रियंका सोनी, सुन्दर रेगर, केशी भील, भाविका क्षोत्रिय, कृतिका, आरिफा, कविता, माहिनूर, हर्षिता, प्रिया सोनी , किरण सुथार सहित कई महिलाये मोजूद थी।