चिकित्सक ने नवजात में डाली जान,पिता सेना में सीमा पर दुष्मनों से लोहा ले रहा,नवजात वेंटीलेटर पर जिंदगी के लिए जंग लड़ रहा -

बहराइच - बलरामपुर जिले के निवासी सेना में जवान पवन कुमार पांडेय के घर बेटे का जन्म हुआ,लेकिन डिलीवरी के दौरान दिक्कत हुई और नवजात को सांस लेने में परेशानी होने लगी। वहां के डाक्टरों ने कहा कि गर्भ में गंदा पानी पीने से ऐसा हुआ है। पिता को कुछ सूच ही नहीं रहा था। चिकित्सकों ने बच्चे को तत्काल बहराइच मेडिकल कालेज या फिर लखनऊ ले जाने की सलाह दी। मेडिकल कालेज में चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए तो परिवारजन ने नवजात को महेश चिल्ड्रेन पालीक्लीनिक में भर्ती कराया। चिकित्सक ने भी बच्चे को बचाने के लिए अपनी पूरे अनुभव का प्रयोग कर दिन रात एक कर दिया। नतीजा ये रहा कि अब बच्चे कि सांसे चलनी लगी है। इसके बाद परिवारजन ने राहत की सांस ली।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. शिशिर अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में आने के बाद जब बच्चे की जांच की गई तो उसका शरीर नीला पड़ गया थ। नवजात पैदा होने के बाद न तो रोता था और न ही सांस ले पा रहा था। हालत चिंताजनक देख सबसे पहले बच्चे को एसएनसीयू वार्ड में वेंटीलेटर पर भर्ती कर इलाज शुरू किया। उन्होने बताया कि गर्भ में ही गंदा पानी पीने से फेफड़े में इन्फेक्शन हो गया था। इससे बच्चे के मस्तिष्क में आक्सीजन की कमी के कारण होता है। आक्सीजन की कमी होना मुख्यतः बच्चे के मुंह में गंदा पानी चले जाने होने की वजह से हो सकती है। उन्होने बताया कि अगर नवजात को तुरंत उचित देखभाल नहीं मिलती तो उसकी जान जाने का भी खतरा हो सकता था। चिकित्सक ने बताया कि अब नवजात की हालत में सुधार हो रहा है। जल्द ही उसे वेंटीलेटर से हटाकर सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। नवजात की हालत सामान्य होता देख परिवारजन में खुशी व्याप्त है।