सूत्र से भागलपुर में बंद कमरे में पुलिस कर्मियों का फाइल बंद की गई 6 वर्षा  पुलिसकर्मियों का तबादला को लेकर पटना में विशेष बैठक चल रही है । भागलपूर मैं दस वर्षा को लेकर भागलपुर पुलिस कर्मियों

6 वर्षापुलिसकर्मियों का तबादला को लेकर पटना में विशेष बैठक चल रही है ।

भागलपूर मैं दसवर्षा को लेकर भागलपुर पुलिस कर्मियों का

तबादलाका जिक्र चल रही हैैं

सूत्र से मान लीजिए कि बिहार की मुखिया समाज सेवा के लिए बिहार का दौरा तो कर रहे हैं पर पुलिस विभाग में इस तरह की पुलिस कर्मियों एक जिला से दूसरे जिला तबादला करना संभावित बात नहीं देखा जा रही है दस साल से अधिक सेवा करने वाले पुलिस कर्मियों का तबादला पुलिस मुख्यालय द्वारा किया जाता हैं पर देखा तो सूत्र से आप ध्यान दीजिए माननीय मुख्यमंत्री जी आप के सुशासन सरकार में बिहार मैं पूलिस कर्मियों सेवा एक ही जिला मैं सेवा लेकर उन्हें रिटायर कर देना चाहिए ताकि एक शहर वह अपने योगदान का सफर बना सके।

सूत्र से माननीय मुख्यमंत्री जी सुशासन मैं ये कैसा कानून का बनाया संविधान से हट कर एक ही जिला से रिटायर करने की योजना हैं तो बिहार कि जनता भी आपके सुशासन सरकार कि पहेली याद करेंगे।

बांका और नवगछिया के 650 पुलिसकर्मियों के तबादले पर सोमवार को डीआईजी सुजीत कुमार ने मुहर लगा दी थी पर सूत्र से बंद कमरे मैं रातो रात दबा दी गई । इसमें भागलपुर जिले के 325 पुलिसकर्मी शामिल हैं। बांका और नवगछिया के भी इतने पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। स्थानांतरित

पुलिसकर्मियों में सबसे अधिक सिपाही है। बांका और नवगछिया में तबादले के लिए एक भी दारोगा का नाम नहीं था।

इसलिए भागलपुर से भी किसी दारोगा की बदली नहीं की गई। जिन पदाधिकारियों और जवानों का तबादला किया गया है, उसमें ज्यादातर वैसे हैं, जिन्होंने एक जिले में आठ साल या उससे अधिक समय तक नौकरी पूरी कर ली है। सोमवार को हुई बोर्ड की बैठक में डीआईजी के अलावा भागलपुर एसएसपी निताशा गुड़िया, नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज और बांका एसपी अरविंद गुप्ता मौजूद थे।