गुलदार ने नील गाय के बच्चे का शिकार किया गुलदार की दहाड़ से ग्रामवासी दहशत में  लोग के दिलो में गुलदार का खौफ 

बिजनौर: बिजनौर के महमसापुर गांव के जंगलों में गुलदार की दहाड़ से ग्रामवासी दहशत में गन्ना छिल रहे मजदूर ने गुलदार की दहाड़ सुनी तो यह अवाज सुनकर मजदूर के पैरों तले जमीन निकल गई मजदूर ने अपने किसान को फोन करके बताया कि गन्ने के खेत के गुलदार की आवाज आ रही है यह बात सुनकर किसान व ग्रामीण वासी जंगल की ओर दौड़ने लगे उन्होंने जाकर देखा कि गुलदार ने निल गाय के बच्चे को खा रहा है जैसे ही गुलदार ने देखा की ग्रामीण मेरे पास आ गए है तो गुलदार ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया हमले में बाल बाल बचे ग्रामीण एक साथ खेत से बाहर आ गएव मंडावली क्षेत्र में गुलदार की दहशत इस कदर है कि लोग अपने खेतों पर जाने से भी कतरा रहे हैं खेतों में गन्ना काटने के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे क्योकि सभी के दिलो में गुलदार का खौफ है ग्रामीणो ने बताया कि उन्होने बच्चो को स्कूल तक नहीं भेजा वहीं खेतों पर काम करने भी नहीं जा रहे गुलदार के प्राण घाती हमले से गॉंव में सन्नाटा से छाया हुआ है हर किसी को गुलदार का भय सता रहा है सभी अपने छोटे बच्चों को लेकर चिंतित हैं पिछले कुछ दिनो में गुलदार दो बच्चो को निशाना बना चुका है जिससे गुलदार के खूंखार होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता वह दोबारा भी ग्रामीणों पर हमला कर सकता है इसलिए वन विभाग द्वारा ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु उचित प्रबंध करने चाहिए महमसापुर गांव के जंगलों में जहां पर आसपास के क्षेत्र में गुलदार की दहशत है इससे पहले भी कई बार गुलदार ने हमला कर दिया है हमले मे एक मजदूर को मौत के घाट उतार चुका है वही दूसरे हमले में लड़की बाल बाल बच गई इससे किसानों में दहशत का माहौल है जैसे ही आज मजदूर ने अपने किसान को बताया कि जिस खेत में गन्ना छिल रहा हूं गुलदार जैसी आवाज आ रही है यह बात सुनकर किसान व ग्रामीण जंगल की ओर दौड़े उन्होंने मजदूर से पूछा कि कहां से  आवाज आ रही है तो मजदूर ने बताया की अंदर खेत के अवाज आयी है किसान व ग्रामवासी एक साथ खेत के अंदर पहुंचे तो देखा की गुलदार दिखने वाला नीलगाय के  बच्चे को खा रहा है गुलदार ने अपनी और बढ़ता देख ग्रामीणों को उन पर हमला कर दिया गुलदार  के हमले से  बाल बाल बचे ग्रामवासी किसी तरह के से बाहर आए ग्राम वासियों ने पुलिस को फोन किया तो पुलिस भी मौके पर पहुंच गई पुलिस ने जैसे अंदर जाकर देखा तो गुलदार अपने शिकार नीलगाय के बच्चे के ऊपर बैठा है यह नजारा देख पुलिस वाले व ग्रामीण वासी फिर द्वारा भाग कर खेत से बाहर आ गए पुलिस की हिम्मत पर ही ग्रामीण वासी दोबारा खेत के अंदर पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने कोई फायरिंग नहीं की ओर तीन ग्रामवासी को गुलदार के सामने ही छोड़ भाग गये तीनों ग्राम वासियों ने अपनी हिम्मत पर अपनी जान बचायी तो पुलिस ने कहा अपनी रक्षा स्वयं करें कोई भी ग्रामीण वासी खेत के अंदर नहीं जाएगा वन विभाग की टीम अभी तक भी मौके पर नहीं पहुंची है हर बार की तरह इस बार भी वन विभाग लापरवाही बरता दिखाई दे रहा है वन विभाग बड़ा हादसा होने के इंतजार में है रात गुढ़ा गांव के जंगल मे जट्पुरा निवासी वकील ने डेरा बना रखा है खेतों में ही उसने गाय भी पाल रखी है गाय के बछड़े को गुलदार ने निवाला बना लिया बताया गया कि रविवार की रात लगभग 12 बजे गुलदार ने डेरे पर हमला कर दिया डेरे पर बंधी गाय के साथ बछड़ा भी था गुलदार ने बछड़े पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया गुलदार को देख कर लोगों ने शोर मचा दिया गुलदार गाय के बछड़े को छोड़ कर भाग निकला कुछ देर बाद गुलदार फिर लौटा और उसने गाय के बछड़े का मांस खाया बताते चलें कि लगभग आठ माह पूर्व भी इसी डेरे से एक गाय के बछड़े को निवाला लिया था डेरे के स्वामी वकील अहमद ने वन विभाग को सूचना दे दी है