जमीन फर्जीवाड़ा मामले में पीड़ित को कब मिलेगा न्याय गरीब होना क्या अन्याय है

बैकुण्ठपुर। जिला मुख्यालय मे इनदिनों भू-माफायाओं का आतंक दिनों दिन बढता जा रहा है। राष्ट्रीय राज्य मार्ग 43 बाईपास चेरवापारा मे सडक किनारे करोणों की जमीन को जहां कांग्रेस के पुर्व शिवपुर चरचा अध्यक्ष व वर्तमान मे ब्लाक कांग्रेस के शिवपुर चरचा शहर अध्यक्ष के द्वारा धोखा देकर जिस तरह से बलराम चेरवा की जमीन को अपने नाम कराया है उस पर कोई पीडित के द्वारा लगातार शिकायत किया गया है, कलेक्टर कार्यालय, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बैकुण्ठपुर, तहसील कार्यालय बैकुण्ठपुर, थाना चरचा, पुलिस अधिक्षक कार्यालय बैकुण्ठपुर व पुलिस महानिरिक्षक सरगुजा रेंज तक। लेकिन कार्यवाही अभी कछुऐ की चाल चल रहा है। पीडित नें बताया की बुधवार को पुलिस अधिक्षक कार्यालय बुलाया गया था, कार्यालय मे पुछताछ भी हुआ लेकिन यह कहते हुए कि यह मामला राजस्व विभाग का है, एसडीएम कार्यालय और तहसील मे लगाया जाऐ। हमारे द्वारा कहा गया की हमलोगों को अजीत लकडा के आदमी लगातार जमीन के ऐवज मे 16 लाख रुपये लेनें के लिए दबाव बना रहे है सांथ ही अगवा करनें की धमकी दे रहे है, हमारा मांशिक संतुलन खो रहा है। इसमामले मे भी शिकायत किए है, इस संबंध मे किसी प्रकार की चर्चा नहीं की गई। पीडित बलराम का कहना है कि हमे न्याय इसलिए नहीं मिलरहा क्योकि हम गरीब है, वह लोग सत्ता शासन के पक्ष वाले है इसलिए हमलोगों के ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। हमलोगों के शिकायत के बाद अधिकारियों के द्वारा मामले की जांच की जा रही थी लेकिन अजीत लडका के रायपुर जानें के बाद से जांच धिमा हो गया है, हमे आशंका है की जांच प्रभावित किया जा रहा है। इतना ही नहीं अब तो अजीत लकडा पुलिस अधिक्षक से मिल भी रहे है, लेकिन अजीत पर कार्यवाही नहीं हो रही है। जमीन संबंधित मामले मे ही फर्जी सील रखने के मामले मे संजय अग्रवाल पर भी बिना जांच के एफआईआर दर्ज हो गई थी। हमारी जमीन का भी फर्जी चौहद्दी बनाया गया है, इस बात की पुस्टी स्वयं पटवारी के द्वारा किया गया है, फिर जांच मे इतना समय लगनें का कारण यह प्रतित हो रहा है की कांग्रेस की सरकार मे पुर्व नपा अध्यक्ष को लगातार इस मामले मे बचाया जा रहा है। लगता है अब हमे न्याय पानें के लिऐ भुखे प्यासेे धरनें पर बैैठना पडेगा।