तुलसी हमारी धार्मिक एवं सामाजिक संस्कृति की पहचान-सिहं, घर घर पौधे लगाकर इन्हें सहेजे मीणा

भीम से दुर्गाप्रसाद सिंघानिया की रिपोर्ट

राजसमंद 01 अगस्त तुलसी हमारी धार्मिक एवं सामाजिक संस्कृति की पहचान है। भारतीय संस्कृति में तुलसी का अपना अलग ही महत्त्व है। तुलसी हमें आरोग्य तो प्रदान करती ही है इसके साथ ही हमारे घरो में तुलसी का होना हमारी आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक समृधी की परिचायक भी है। हम अपने घर परिवार समाज के प्रत्येक वर्ग की समृधी के लिए अपने घरो में तुलसी लगाते ही है। परन्तु प्रदेश की गहलोत सरकार हमारे सब के परिवार जनों की अच्छी सेहत के लिए हमें घर घर औषधी पौधवितरण कार्यक्रम चलाकर तुलसी के साथ ही तीन अन्य पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे है। जिसमे अश्वगंधा, गिलोय एवं कालमेघ सम्मिलित है। यह पौधे हमारे घर परिवार के सभी परिवारजनों के घर के वैद्य के रूप में काम करेंगे। यह संबोधन था पूर्व सरपंच अमर सिंह का। वह ग्राम पंचायत के राजीव गांधी सेवा केन्द्र में खण्ड स्तरीय घर घर औषधी पौध वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भीम सरपंच यशोदा कँवर, मुख्य अतिथि विकास अधिकारी डा. रमेश चन्द्र मीणा, क्षेत्रीय वन अधिकारी जसराज पारीक, खण्ड आयुर्वेद प्रहारी डा. मुख्तियार सिंह आदि मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विकास अधिकारी डा. रमेश मीणा ने कहा कि गहलोत सरकार का यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। हमें इसकी महत्ता को ध्यान में रखते हुए कि यह आप और हम सब की सेहत एवं आरोग्य से जुड़ा कार्यक्रम है। प्रदेश की गहलोत सरकार चाहती है कि हम हमेशा स्वस्थ रहे। इसके लिए हमारे घरो में यह चार महत्वपूर्ण पौधे होने चाहिए। ताकी छोटी मोटी बीमारियों में हमें घर से आरोग्य प्रदान हो सके। कार्यक्रम का संचालन करते हुए खण्ड आयुर्वेद प्रहारी डा. मुख्तियार सिंह ने सभी चारो पौधो के गुणधर्म ,सामान्य औषधीय उपयोग, उपयोग किये जाने वाला भाग,मात्रा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी जसराज पारीक ने भी योजना में वन विभाग की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान पवनपाल रामप्रसाद खटीक, समाजसेवी नारायण सिंह, किशोर चंदेल, प्रकाश सिंह चौहान, मोनी लाखूजा, ग्राम विकास अधिकारी महेन्द्र भंवरिया, कनिष्ट तकनीकी सहायक विजय पाल, वार्ड पञ्च रघुवीर सिंह, रमेश सिंह, पंचायत सहायक गंगा कुमारी, उस्मान मोहम्मद, एडवोकेट लता सिंघानिया, माल सिंह, डाल चन्द सेन सहित गणमान्य नागरिक मौजूद थे।