ठेकेदारी में काम करने वाले कर्मचारियों ने नगरपालिका के खिलाफ बीजेपी नेता के साथ दिया धरना

- कर्मचारियों ने ठेकेदार पर लगाए गंभीर आरोप

रायबरेली- नगर पालिका जोकि अपनी भ्रष्ट कार्यशैली की वजह से हमेशा सुर्ख़ियों में रहता है। अब एक नया ताजा मामला प्रकाश में आया है जिसमें नगर पालिका में ठेकेदारी प्रथा में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए कर्मचारियों को रखा गया लेकिन कर्मचारियों ने नगर पालिका के अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ धरना दे दिया उनके साथ में भाजपा नेता संतोष पांडेय भी धरने पर बैठे हैं।

नगर पालिका परिषद रायबरेली के तरफ से डोर टू डोर कूड़ा ले जाने के लिए आम जनता से महीने में भुगतान लिया जाता है।इस काम में लगे कर्मचारियों और वाहन चालकों का आरोप है की उन्हें न तो नियुक्ति पत्र दिया गया और न ही समय से वेतन दिया जा रहा है कुछ कर्मचारियों ने तो ठेकेदार पर नियुक्ति के नाम पर अवैध रूप से पैसा भी ले जाने का आरोप लगाया है।बृजेश कुमार नाम के सुपरवाइजर ने बताया कि सिक्योरिटी मनी के नाम पर उससे बीस हजार रूपए लिए गए जबकि वेतन दस हजार रुपए प्रति माह दिए जाने की बात हुई थी।बृजेश कुमार ने बताया कि उसे वेतन भी कई महीनों से नहीं मिला और न ही ऐसे कर्मचारियों को पालिका की तरफ से कोई नियुक्ति पत्र मिला।

कर्मचारियों के साथ भाजपा नेता संतोष पांडेय भी आंदोलन में शामिल हो गए उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों को पत्र लिखकर कर्मचारियों के वेतन से संबंधित मामलों को तत्काल निपटाने का आग्रह किया।प्रतिमा रावत भी सुपरवाइजर के पद पर तैनात हैं उनका भी यही आरोप है कि उन्हें 2 महीने से वेतन नहीं मिला और न ही नियुक्ति पत्र मिला। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों से बात की तो अधिकारियों ने उन्हें धमका दिया।कोरोना काल में अपनी जान को हाथ में लेकर सफाई कर्मचारियों ने काम किया लेकिन जिस तरह से आरोप नगरपालिका के ऊपर लग रहे हैं यह मानवीय संवेदना का हनन है