कासगंज एसडीएम के दुर्व्यवहार से गुस्साए अधिवक्ताओं ने जमकर किया प्रदर्शन

कासगंज एसडीएम पर लगाया जमीनों पर कब्जा कराने का आरोप

कासगंज: कासगंज बार एसोसिएशन ने एसडीएम कासगंज ललित कुमार पर सरकारी व निजी भूमि पर कब्जा कराने का आरोप लगाते हुए कासगंज तहसील में विरोध प्रदर्शन किया। एसडीएम के विरोध में प्रदर्शन करने के बाद कासगंज बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।

मंगलवार को कासगंज बार एसोसिएशन के पदाधिकारी अन्य अधिवक्ताओं के साथ कासगंज तहसील पहुंचे, जहां उन्होंने एसडीएम कासगंज ललित कुमार पर सरकारी व निजी जमीनों पर कब्जा कराने के गंभीर आरोप लगा कर एसडीएम कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने यह भी बताया कि एसडीएम कासगंज ने अपनी एक चहेती राजस्व टीम बना रखी है, जिसमे कानूनगो हरिदत्त शर्मा, लेखपाल आनन्द मोहन हैं। इस राजस्व टीम का काम सरकारी और निजी जमीनों पर कब्जा कराने के एवज में धन बसूली कर एसडीएम तक पहुंचाना है।

धरना प्रदर्शन के उपरांत कासगंज बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि बार एसोसिएशन के अधिवक्ता सत्येंद्रपाल सिंह बैस के रिश्तेदारों की गढ़ी हरनाठेर में स्थिति जमीन पर एसडीएम द्वारा अपनी चहेती राजस्व टीम के माध्यम से अवैध रूप से कब्जा कराया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर अधिवक्ता सत्येंद्रपाल सिंह बैस एसडीएम कासगंज ललित कुमार से मिले और अवैध रूप से हो रहा कब्जा रुकवाने की मांग की। अधिवक्ता ने बताया कि इस दौरान एसडीएम ललित कुमार ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। अधिवक्ता सत्येंद्रपाल सिंह बैस ने जब पूरे घटनाक्रम से जिलाधिकारी कासगंज को अवगत कराया तब उनके हस्तक्षेप से जमीन रुकवाया जा सका। ज्ञापन में एसडीएम कासगंज व अवैध कार्य कर भृष्टाचार फैलाने वाली राजस्व टीम के स्थानांतरण की मांग की गई है। स्थानांतरण न होने की दशा में आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।

विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन देने वालों में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष यतेन्द्र शर्मा, सत्येन्द्र पाल सिंह बैस, सचिव नरेन्द्र कुमार, कोषाध्यक्ष राजेश यादव, रामपाल सिंह, कवीन्द्र पाल सिंह, जय शंकर दुबे, जय कुमार सक्सेना, सुरेश यादव, अवधेश कुमार सक्सेना, सुरेन्द्र शर्मा, गिरिजा शंकर दुबे, धर्मेन्द्र साहू, विनय यादव, अतुल सक्सेना, महेन्द्र सिंह, के के यादव, महीपाल सिंह, रंजन मौर्य, आले हसन, छोटे लाल साहू, काके पुष्कर आदि अधिवक्ता शामिल थे।