9415555169 पर एक फोन कीजिए, प्रधान जी हाजिर होंगे

अमेठी : गावों के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्व० राजीव गांधी जी ने पंचायती राज अधिनियम की शुरुआत कराईथी। एक जनसभा के दौरान उन्होंने कहा था कि अभी तक सरकार गावों का विकास करने के लिए जब एक रुपया भेजती थी तो गांवों तक आते आते 10 पैसा ही रह जाता था लेकिन अब पंचायती राज अधिनियम लागू करने के बाद पूरा का पूरा पैसा गांव के विकास के लिए पहुंचेगा। उनकी इस परिकल्पना को साकार कितने लोगों ने किया यह तो नहीं पता लेकिन भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया।

आज हम आपको अमेठी जिले के संग्रामपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत करौंदी के बारे में बताते हैं जहां नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान 22 वर्षीया श्रीमती सीमा यादव हैं। उनके प्रतिनिधि के तौर पर उनके ससुर हरिशंकर यादव काम देख रहे हैं। हरिशंकर यादव पोस्टग्जुएट करने के बाद समाजवादी पार्टी से जुड़कर अपने दायित्व को निभाते हुए जनता में अपनी पैठ बना ली पिछले 2014 के पंचायती चुनाव में बीडीसी के तौर पर अपनी पहली राजनीति की पारी की शुरुआत की और काफी सफल रहे।

ग्रामीण बताते हैं कि प्रधान ने बजट की प्रतीक्षा किए बगैर अपनी जेब से गांव में विकास कार्य शुरू करा दिए हैं। ग्राम सभा में अभी तक खराब पड़े 7 ?8 हैंडपंप बनवा कर जनता को पानी पीने के लिए सुलभ कराया। गांव को जोड़ने वाली तो सड़कों पर कच्ची मिट्टी का भी काम मनरेगा के मजदूरों से शुरू करा दिया है। यह सड़क बन जाने से हर तरह के आवागमन के लिए सुलभ हो जाएगा। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हरिशंकर यादव ने गांव के बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर गांव के विकास की योजनाओं के बारे में चर्चा करते हुए उसको पूरा करने की कवायद में जुटे हुए हैं। प्रधान और ग्रामीणों के बीच कोई दूरी ना रहे इसके लिए उन्होंने एक सर्व सुलभ व्यवस्था करते हुए कहां है कि कोई भी ग्रामीण उनसे मिलने के लिए या किसी काम के लिए उन्हें खोजे नहीं, उन्हें सिर्फ एक फोन करें और वह जहां भी रहेंगे वहां से उतनी दूर पहुंचने में जो भी समय लगेगा उसके बाद वहीं पर हाजिर मिलेंगे।

हरिशंकर यादव गांव की वृद्धावस्था पेंशन राशन कार्ड के साथ- साथ सरकार द्वारा गरीबों को दी जाने वाली सुविधाओं के पात्र लाभार्थियों के कागजातों को बिना किसी भेदभाव के तैयार करना शुरू कर दिया है। उनके इन सब प्रयासों की गांव में चारों तरफ सराहना की जा रही है। उनका कहना है कि अनुभवी लोगों के सहयोग से गांव में विकास और सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन उनकी प्राथमिकता रहेगी।