चंदौली- चुनाव जितने के बाद इस जिला पंचायत सदस्य ने छोड़ दी पार्टी,जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर है नजर 

चंदौली- चुनाव जितने के बाद इस जिला पंचायत सदस्य ने छोड़ दी पार्टी,जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी पर है नजर

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनावों की तारीख घोषित नहीं हुई तो क्या हुआ इस मलाईदार पद को पाने के लिए राजनीतिक बिसात बिछने लगी है। जोड़-तोड़ की गुणा-गणित शुरू हो गई है। ऐसा ही एक घटनाक्रम शुक्रवार को देखने को मिला। बसपा के टिकट पर सकलडीहा सेक्टर नंबर पांच से जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव जीतने वाले साहब सिंह ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी। पत्रकार वार्ता कर इस आशय की जानकारी दी और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के अपने मंसूबे से भी अवगत कराया। बसपा में रहते हुए उनका चुनाव जीतना संभव नहीं था ऐसे में एक झटके में पार्टी छोड़ दी।

*अनिल मौर्य के चहेते हैं साहब सिंह*
साहब सिंह को मिर्जापुर विधायक अनिल मौर्य का करीबी माना जाता है। ये वहीं अनिल मौर्य हैं जिन्होंने चंदौली लोकसभा से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और करारी शिकस्त झेलने के बाद चंदौली से गायब ही हो गए। बाद में स्वामी प्रसाद मौर्य के बसपा छोड़ भाजपा में जाने के बाद अनिल मौर्य ने भी अपना चोला बदल लिया और न सिर्फ भाजपा में शामिल हुए बल्कि पार्टी ने इन्हें मिर्जापुर जनपद की विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया और चुनाव भी जीते। अब अनिल मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य से सहारे साहब सिंह भी जिला पंचायत अध्यक्ष बनने का सपना संजोए हुए हैं। जबकि अनिल मौर्य भी अपने शागिर्द के जरिए चंदौली में पैठ बनाने की तरफ देख रहे हैं। वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान साहब सिंह अपने समाज और अपने लोगों के विकास की रट लगाए रहे। कहा कि आज जरूरत है कि हम जैसे जुनून वाले लोग अपनी ललक को पूरा करें। अब देखना यह है कि जिला पंचायत चुनाव में खराब प्रदर्शन करने वाली सत्ताधारी पार्टी भाजपा दूसरे दल से आए व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाकर असंतोष और भितरघात जैसी स्थिति का सामना करेगी या साहब सिंह निर्दलियों के सहारे अपनी मंशा को पूरा करेंगे, जो की मुमकिन होता नजर नहीं आ रहा।