पत्रकार से कोतवाल द्वारा की गई अभद्रता के मामले में सीओ को मिली जांच, बन रहे अन्जान

सलोन/रायबरेली-सूबे की सत्तासीन योगी सरकार भले ही वर्तमान में चल रही कोरोनावायरस को देखते हुए पत्रकारों को कोरोना वारियर्स घोषित कर रही हो तथा पत्रकारों की सुरक्षा के नाम पर आए दिन लगातार दिए जा रहे सरकार द्वारा निर्देशों के बावजूद आज जनपद के पत्रकार भी किसी और से नहीं बल्कि पुलिस प्रशासन से ही अभद्रता के शिकार हो रहे हैं। सच खबर दिखाने पर कहीं जिले के एक पत्रकार के विरुद्ध जिला प्रशासन गलत तरीके से नोटिस जारी कर पत्रकारों की लेखनी थामने की कोशिश करती है तो कहीं भ्रष्ट सलोन कोतवाल पंकज त्रिपाठी द्वारा जनता पर लाठी भांजने की वीडियो एक पत्रकार द्वारा कैद करने पर भ्रष्ट कार्यशैली से चर्चित एसओ पंकज त्रिपाठी द्वारा पत्रकार के हाथ से मोबाइल छीन लिया जाता है। उक्त पत्रकार द्वारा इस शर्मनाक कृत्य का विरोध करने पर कोतवाल पंकज त्रिपाठी द्वारा पत्रकार का मोबाइल तो वापस कर दिया जाता है किंतु अब सवाल यहां पर खड़ा हो जाता है कि वर्तमान में चल रहे कोरोना महामारी में अपनी जान की बाजी लगाकर पत्रकार भले ही कवरेज कर शासन व प्रशासन को मौके के सच का आइना दिखा रहे हो किंतु अब स्वतंत्र पत्रकारिता के कार्य पर भी भ्रष्ट छवि के अधिकारियों की तानाशाही से ग्रहण लगता नजर आ रहा है। उक्त मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार व एएसपी विश्वजीत श्रीवास्तव से होने के बाद भले ही मौके पर उक्त पत्रकार को कोरा आश्वासन दे शांत कर दिया गया हो। सलोन कोतवाल द्वारा एक पत्रकार के साथ किए गए इसे शर्मनाक कृत्य के खिलाफ लिखित रूप से शिकायत पुलिस महानिदेशक लखनऊ से भी की गई। जिसकी जांच वर्तमान में सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह को सौंपी गई।इसका प्रमाण भी मौजूद है किंतु जब उक्त मामले में सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह से जानकारी ली जाती है तो मामले से अनभिज्ञ बन सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह भी उक्त मामले से अनजान बन जाते हैं। जिस वक्त कोतवाल पंकज ने पत्रकार के हाथ से मोबाइल फोन छीना उस वक्त मौके पर सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह भी मौजूद थे तथा पत्रकार को शांत करने हेतु लगातार सांत्वना भी दे रहे थे। अब देखना यह है कि क्या सीओ सलोन इंद्रपाल सिंह अपने चहेते कोतवाल पंकज त्रिपाठी के विरुद्ध जांच के दौरान करेंगे कार्यवाही या फिर जनता को छोड़ पत्रकार भी झूठी आख्या का शिकार हो जाएगा?

मामले में एसपी को ज्ञापन सौंप दिया जाएगा धरना-

यदि देखा जाए तो कोई और नहीं बल्कि एक जिम्मेदार के पद पर कार्यरत कोतवाल पंकज त्रिपाठी द्वारा एक पत्रकार के सम्मान के साथ किए गए खिलवाड़ का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है।उक्त प्रकरण को कई पत्रकारों ने संज्ञान में लिया है तथा सामूहिक रूप से पत्रकारों ने कहा कि यदि सलोन कोतवाल पंकज त्रिपाठी के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है तो जल्द ही उक्त मामले का सामूहिक रूप से ज्ञापन एसपी श्लोक कुमार को साफ कर प्रभावी कार्यवाही की मांग की जाएगी और यदि फिर भी कार्यवाही होने में हीला हवाली की जाती है तो सामूहिक रूप से एसपी ऑफिस के सामने पत्रकार संगठनों के संग धरना दे।इस मामले में आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।