भ्रष्टाचार, जातिवाद, गैर बराबरी और आतंकवाद की जलाई होली, भीम में होली की अनूठी पहल

भीम से दुर्गाप्रसाद सिंघानिया की रिपोर्ट

राजसमंद 29 मार्च भीम प्रतिवर्ष लकड़ी एवं घास फूस की होली जलाते हुए तो हमने खूब देखा है। परंतु इस होली का पर्व पर कस्बे के इंदिरा कॉलोनी में अनूठी होली बनाई गई। घास फूस एवं लकडियो की बनी होली के ऊपर कागज की तख्तियां लगाई गई। आज के दौर में इस प्रकार की होली की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है । जब हमारा प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरा राष्ट्र जातिवाद भ्रष्टाचार गैर बराबरी एवं आतंकवाद से परेशान हो। इंदिरा कॉलोनी के युवाओं द्वारा तैयार की गई होली के ऊपर चार प्रकार की सामाजिक बुराइयों की तख्तियां लगाकर उनकी होली जलाई गई। जिसमें सबसे ऊपर भ्रष्टाचार उसके बाद जातिवाद उसके बाद आतंकवाद एवं अंत में गैर बराबरी की तख्तियां लगा कर उनकी होली जलाई गई।*

*इनका खात्मा जरूरी*

स्थानीय वार्ड पंच एडवोकेट लता भट्ट ने बताया कि आज चाहे हमारा राष्ट्र हो या प्रदेश हो या समाज। भ्रष्टाचार जातिवाद गैर बराबरी और आतंकवाद जैसी समस्याओं से भयंकर रूप से जकड़ा हुआ है। जिनका खात्मा होना समाज विकास के लिए नितांत आवश्यक है। आतंकवाद अपने आप में एक बड़ी समस्या है ही परंतु समाज में जातिवाद गैर बराबरी और भ्रष्टाचार समाज विकास को दीमक की तरह खा रही है। प्रदेश की गहलोत सरकार भ्रष्टाचार को जीरो टोलरेंस के रूप में अपना रहे हैं तो प्रतिदिन कई अधिकारी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के हत्थे चढ रहे हैं। जाति के आधार पर अपराध भी एक बड़ी समस्या है। समाज में गैर बराबरी का खत्म होना भी आवश्यक है। राष्ट्र और प्रदेश में अमन चयन के लिए इन चारों समस्याओं की होली जलना आवश्यक है। इस दौरान सुरेश जारोटियां से उदयराम मुकेश भाट गिरधारी लाल डाला देवी मनोज नागर आदि मौजूद थे