गरखा में छात्र-युवाओं ने पुलिसिया दमन के खिलाफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका

गरखा में छात्र-युवाओं ने पुलिसिया दमन के खिलाफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका

लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगा बिहार के छात्र- युवा: राहुल कुमार यादव

सारण जिले के गरखा में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) एवं छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने लोकतांत्रिक अधिकारों पर बढ़ते हमले, विधानसभा में किए गए विधायकों पर अत्याचार, बेरोजगारी, बदहाल शिक्षा-स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ गरखा के शहीद इंद्रदेव चौक पर बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंक रोष प्रकट किया.पुतला दहन के बाद संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राज्य सह सचिव राहुल कुमार यादव ने कहा कि पुलिस ने विपक्षी विधायकों को लात, घुसों से पीटा, मीडियाकर्मियों को मारा गया. बढ़ती बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, कमरतोड़ महंगाई, भ्रष्टाचार, स्वास्थ्य शिक्षा, संविदाकर्मियों और शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति जैसे जन सरोकार से जुड़े मुद्दों को लेकर राज्य सरकार तनिक भी गंभीर नहीं है.23 मार्च बिहार विधानसभा का सबसे काला दिन था. लोकतंत्र को लात-जूतों के नीचे रौंदा गया, जो काफी दु:खद और शर्मनाक है।छात्र राजद के जिला मीडिया प्रभारी कुणाल कुमार यादव ने कहा कि छात्र-युवाओं पर बढ़ते हमलों के बीच ऐसी निकम्मी, अत्याचारी सरकार को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता है. छात्र राजद जिला महासचिव राहुल कुमार राय ने कहा कि देश के सबसे नकारा मुख्यमंत्री अलोकतांत्रिक, काला कानून के दम पर छात्र-युवाओं की आवाजों को दबाना चाहते हैं. पुलिसिया दमन को बढ़ावा देने के लिए पारित किए गए काला कानून वापस नहीं लिया गया तो आगे आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करेंगे.पुतला दहन के दौरान छात्र राजद जिला मीडिया प्रभारी कुणाल कुमार यादव, छात्र राजद जिला महासचिव राहुल कुमार राय, राजीव कुमार राम, गौतम राम, दिनानाथ राम, शैलेंद्र कुमार, शहजाद आलम, सलामत अंसारी, वीरेंद्र राय, विश्वजीत कुमार यादव, मंटू यादव, लालमोहन कुमार, नसीम राजा सहित दर्जनों मौजूद थे।