नगर परिषद की पहली बैठक रही हंगामेदार कांग्रेस के पार्षद बैठक छोड़कर हुए बाहर

दिलीप सेन की रिपोर्ट

प्रतापगढ़ । नगर परिषद की बजट को लेकर बैठक आयोजित की गई पहली बैठक हंगामेदार रही ।भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की बाद में कांग्रेस के पार्षदों ने बैठक से वाकआउट कर दिया। हंगामे को बढ़ते हुआ देखकर मौके पर पुलिस जाप्ता तैनात हुआ। हंगामे के चलते आयुक्त ने बैठक को समाप्त की घोषणा भी कर दी ।नगर परिषद के नवनिर्वाचित बोर्ड की पहली बैठक ही काफी हंगामेदार रही। परिषद सभागार में आज बजट को लेकर बैठक आहूत की गई थी जिसमें सभापति रामकन्या गुर्जर द्वारा जैसे ही शहर को सूअर मुक्त करने की बात कही गई कांग्रेस पार्षद सुशील गुर्जर ने खड़े होकर उन को झूठा करार दिया और कहा कि सभापति का यह कहना कि जब तक शहर सूअर मुक्त नहीं होगा सभापति की कुर्सी पर नहीं बैठूंगी भ्रमित करने वाला है और जो बिंदु बैठक के एजेंडे में नहीं है उस पर चर्चा करना बेकार है। इस पर भाजपा पार्षद उत्तेजित हो गए और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों पर नगर परिषद के कार्यों में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाने लगे। दोनों पक्षों की ओर से इस दौरान हंगामा शुरू हो गया। अपने अपने स्थानों पर खड़े होकर भाजपा और कांग्रेस के पार्षद नारेबाजी करने लगे। सभापति रामकन्या गुर्जर की ओर से तय एजेंडे के मुताबिक बैठक का संचालन करने की बात कही गई लेकिन कांग्रेस के पार्षदों ने हंगामा जारी रखते हुए बैठक से वॉकआउट कर दिया। गौरतलब है कि भाजपा समर्थित सभापति रामकन्या गुर्जर ने शहर को सूअर मुक्त बनाने का प्रण ले रखा है और जब तक उनका यह प्रण पूरा नहीं होता है वह सभापति की कुर्सी पर नहीं बैठेगी। प्रतापगढ़ के कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा अपने भाषणों में पूर्व में ही चेतावनी दे चुके हैं कि भाजपा का बोर्ड बनने पर इन लोगों को केवल धरना प्रदर्शन करने होंगे। विधायक और सभापति के बीच कई दिनों से चल रही तनातनी अब सुर्खियों में है ।भाजपा पार्षदों का आरोप है कि विधायक के दबाव में नगर परिषद आयुक्त सभापति के अधिकारों का हनन कर रहे हैं और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सभापति को काम नहीं करने दे रहे हैं।