क्रय केंद्र बंदी के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेकते - राष्ट्रीय प्रवक्ता

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने 20 नवंबर 2019 को धान क्रय केंद्र का जायजा लिया जिसमें उन्होंने केंद्र बंद होने की बात का दावा किया तथा पूर्व विधायक जी ने ट्वीट कर एक फोटो भी अपलोड किया जिसमें रमपुरवा पचलड़ी क्रय केंद्र के प्रांगण में विवाह का टेंट मौजूद और बारात ठहरने की तैयारी की बात की गई थी परंतु रमपुरवा पचलड़ी के सचिव चौथी तिवारी ने इस बात का स्पष्टीकरण करते हुए प्रार्थना पत्र दिखाएं जिसे ग्राम रमपुरवा पचलड़ी के प्रधान ने उन्हें 19 नवंबर को सौंपा था । रमपुरवा पचलड़ी की निवासी ममता पुत्री स्वर्गीय हंसना सिंह की पुत्री का विवाह 20 नवंबर को होना सुनिश्चित हुआ था जिसका घर क्रय केंद्र के ठीक पीछे है तथा उनके घर का रास्ता क्रय केंद्र के ठीक बगल से जाता है , जिस जमीन पर क्रय केंद्र स्थित है । वह ग्राम पंचायत द्वारा दी गई जमीन है , अब ग्राम पंचायत के पास अन्य जमीन नहीं है इस कारण ग्राम पंचायत ने सचिव को विवाह के 1 दिन पहले ही प्रार्थना पत्र सौंप दिया था । हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने आधा दर्जन से अधिक क्रय केंद्र बंद होने की बात कही थी , परंतु क्रय केंद्रों के सचिवों से बात करने के उपरांत यह बात सामने आई कि पूर्व विधायक हमारे यहां जांच करने आए ही नहीं । गौरतलब है कि गुलाबी ठंड में अपनी राजनीतिक गर्माहट बिखेरने हेतु समाचार पत्रों के माध्यम से नेताजी ने जमकर वाहवाही लूटी लेकिन आलम यह है , कि असल मायनों में जिन क्रय केंद्रों के नाम थे उनमें से अधिकांश क्रय केंद्रों पर नेताजी की गाड़ी पहुंची ही नहीं शायद टूटे सत्ता के ख्वाब से नेताजी उभर नहीं पा रहे हैं जिस कारण जनता के बीच में धान क्रय केंद्रों को बंद बताकर अपनी पैठ जमाने की कवायद कर रहे हैं ।