जिला चिकित्सालय में प्रसूता की सोनोग्राफी रिपोर्ट में गड़बड़झाला

प्रतापगढ़ के जिला चिकित्सालय में एक महिला के प्रसव और उसकी सोनोग्राफी रिपोर्ट का गड़बड़झाला सामने आया है ।मामला सामने आने के बाद चिकित्सालय प्रशासन में हड़कंप है ।प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने जांच के लिए चिकित्सकों की कमेटी का गठन किया है जो 3 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही होगी। सोनोग्राफी रिपोर्ट देने वाले और प्रसव करवाने वाले चिकित्सक पति-पत्नी है।�दरअसल प्रतापगढ़ के अरनोद रोड निवासी महेश टांक की पत्नी संगीता टांक का जिला चिकित्सालय में 9 फरवरी को स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीलम शुक्ला द्वारा प्रसव करवाया गया ।प्रसव से पहले महेश टांक को डॉक्टर ने जुड़वा बच्चों की बात बताई थी लेकिन प्रसव के बाद केवल एक बच्चा होने से परिजनों को आशंका हुई ।उन्होंने शुक्ला से इस विषय में बात की तो उन्होंने सोनोग्राफी रिपोर्ट में गलती की आशंका जाहिर की। महिला के पति ने बताया कि बीती 22 जनवरी को ही जिला चिकित्सालय में चिकित्सक रमेश शुक्ला जो नीलम शुक्ला के पति है द्वारा सोनोग्राफी की गई और रिपोर्ट में बताया गया कि जुड़वा बच्चे हैं। इस रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर नीलम शुक्ला द्वारा उपचार किया जा रहा था ।गौरतलब है कि शुक्ला दंपत्ति पर पहले भी इस तरह के मामलों में आरोप लग चुके हैं ।पहले तो शुक्ला दंपत्ति इस मामले को रफा-दफा करने के प्रयास में लगे रहे लेकिन जब मामला मीडिया के सामने आया तो जिला चिकित्सालय में खलबली मच गई। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ओपी दायमा ने मामले में संज्ञान लेते हुए चिकित्सकों की एक कमेटी का गठन किया है जो 3 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी ।मामले में लापरवाही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है। चर्चाएं तो यहां तक भी है कि महिला को जुड़वा बच्चे हुए हैं और एक बच्चे को गायब कर दिया गया है । अब डॉ रमेश शुक्ला की सोनोग्राफी रिपोर्ट सही है या गलत यह जांच के बाद साफ हो पाएगा ।दूसरी ओर यदि सोनोग्राफी रिपोर्ट सही है तो एक और बच्चा कहां गया ।यह सवाल डॉक्टर नीलम शुक्ला को देना होगा