एक बार फिर मानवता हुई शर्मशार,नवजात का मिला अर्धविक्षिप्त भ्रूण

रिपोर्ट विवेक द्विवेदी, राहुल

माधौगढ़-इंसान के अंदर मानवीय संवेदनाओं का पूरे तरह से ह्रस्व हो चुका है। नौ महिने कोख में पलने वाली सन्तान का मोह भी कलियुग के माता-पिता को पसीजने नहीं देता। इसीलिए जगह-जगह भ्रूण हत्या के रूप में इंसानियत मरती है।
ऐसी ही अनसुलझी घटना रामपुरा थाना के ऊमरी कस्बे में शनिवार की देरशाम घटित हुई। जहां बार्ड न0 10 में तालाब के पास कुत्तों ने नवजात शिशु के भ्रूण को नोच-नोच कर आधा खा लिया। सिर्फ़ सिर और हाथ ही बचा। मुहल्ले के लड़कों ने मन को झकझोरने वाला मंजर देखा तो कुत्तों को भगाया और मुहल्ले के लोगों को सूचना दी। बाद में काफी भीड़ लग गई और चौकी पुलिस मौके पर पहुंच गई। भ्रूण का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। भ्रूण को देखने के बाद उसके लिंग की पहचान तो नहीं हो सकी लेकिन अनुमान से वह 7-8 महीने का भ्रूण समझ आ रहा है। बाकी तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा

रिपोर्ट विवेक द्विवेदी जालौन