भ्रष्टाचारी उपयंत्री का संरक्षक है - आर.पी.धुर्वे

आदेश के बाद भी उपयंत्री पर मेहरबान ईई, नहीं हुई 5 लाख की वसूली

कुसुमात्मज/उमरिया। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग उमरिया में पदस्थ भ्रष्टाचार के पुरोधा उपयंत्री बलदेव प्रसाद खरे के अंगद की तरह जमें पांव शासन प्रशासन के तमाम दिशानिर्देशों और आदेशों के बावजूद हिलने का नाम नही ले रहे हेैं। विदित हो कि कार्यालय प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा भोपाल के पत्र क्र/778/22/वि-3/ग्रायांसे/18 भोपाल दिनांक 12.02.2018 तथा विकास आयुक्त भोपाल म0प्र0 के पत्र क्र/4969/22/वि-3/ग्रायासे/16 भोपाल दिनांक 02.08.2016 के द्वारा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के प्रदेश के समस्त अधीक्षण यंत्रियों व कार्यपालन यंत्रियों को आदेेशित किया गया था, कि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के एक वर्ष पूर्व अनिवार्यतः उनके मूल विभाग वापिस भेजा जाए। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग उमरिया में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत उपयंत्री बलदेव प्रसाद खरे की सेवानिवृत्ति में मात्र 7 माह शेष बचे है, लेकिन प्रमुख अभियंता व विकास आयुक्त के आदेश को ताक पर रखते हुए कार्यपालन यंत्री राजू प्रसाद धुर्वे द्वारा बी.पी.खरे को उनके मूल विभाग जल संसाधन विभाग उमरिया हेतु भारमुक्त नही किया गया है।

कमीशन के फेर में नहीं किया भारमुक्त :

प्रमुख अभियंता व विकास आयुक्त के आदेशों का पालन करने के स्थान पर राजू प्रसाद धुर्वे ने भ्रष्ट उपयंत्री बलदेव प्रसाद खरे को सरंक्षण प्रदान करते हुए अधीक्षण यंत्री की मिलीभगत से प्रमुख अभियंता भोपाल से बलदेव प्रसाद खरे को भारमुक्त न करने हेतु अनुमोदन लेने का प्रयास किया। प्रमुख अभियंता भोपाल ने अपने कार्यालयीन पत्र क्र 4363/22/वि-3/ग्रायांसे/2020 भोपाल दिनांक 17.11.2020 के द्वारा अधीक्षण यंत्री को फटकार लगाते हुए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के अंतर्गत पदस्थ ऐसे अधिकारी/कर्मचारी जिनकी सेवानिवृत्ति हेतु 1 वर्ष का समय शेष है, उनकी सेवाएं मूल विभाग को प्रत्यावर्तित किये जाने हेतु निर्देेशित किया। विवश हेाकर अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा ने अपने कार्यालयीन पृ0 क्र/485/स्था/से.नि./ग्रायांसे/20 शहडोल दिनांक 18.11.2020 के द्वारा कार्यपालन यंत्री राजू प्रसाद धुर्वे को आदेशित किया कि वे बलदेव प्रसाद खरे को तत्काल भारमुक्त करे, लेकिन राजू प्रसाद धुर्वे के कानो में जूॅं तक नही रेंगी।विदित हो कि बलदेव प्रसाद खरे के पास करोेडों रूपये के निर्माण कार्याे का प्रभार हैं, जिसके कमीशन के खेल के चलते बलदेव प्रसाद खरे को भारमुक्त नही किया जा रहा है।

5 लाख के वसूली की फ़ाइल दफ़्न :

निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार करने का बलदेव प्रसाद खरे का एक लंबा इतिहास रहा हैं। जिले के कोडार तिराहा से ग्राम बरतराई तक डब्ल्यू.बी.एम. मार्ग के निर्माण में की गई अनियमितताओं के लिए बलदेव प्रसाद खरे को दोषी पाते हुए तत्कालीन कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग उमरिया म.प्र. ने अपने कार्यालयीन पत्र क्र/65/तक/ग्रायासे/2010 उमरिया दिनांक 08.01.2010 के द्वारा तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया से बलदेव प्रसाद खरे व राजेश सिंह तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग मानपुर से 5 लाख 35हजार 535रूपये की वसूली करने की अनुशंसा की थी। लेकिन जिला पंचायत के बलदेव प्रसाद खरे पर अनुग्रह के चलते दस साल बीतने के बाद भी बलदेव प्रसाद खरे से उक्त रकम की बसूली नही हो सकी है।

संभागायुक्त कार्यालय में भी धूल खा रही फाइल :

यह वही बलदेव प्रसाद खरे है जिस पर तकनीकी स्वीकृति क्र 585/13.03.2012 तथा प्रशासकी स्वीकृति क्र 354/13.04.2012 राशि 48.70 लाख रू0 के तहत ग्राम पडवार में तालाब विस्तारीकरण कार्य में वित्तीय अनियमितताओं व मृत व्यक्तियों के नाम पर राशि आहरित करने के मामले की जांच संभागायुक्त कार्यालय शहडोल में दबी पडी है। अपने निहित स्वार्थो के लिए राजू प्रसाद धुर्वे 28 साल से उमरिया में इस जमे भ्रष्ट उपयंत्री को संरक्षण दे रहा हैं बलदेव प्रसाद खरे के सामने प्रशासन बौना नजर आ रहा है। जिले को इस भ्रष्ट उपयंत्री से निजात दिलाने के लिए न्यायपालिका ही आशा का एक मात्र स्त्रोत नजर आती हेै।