अवैध वसूली मामले में एक बार फिर चंदौली पुलिस सुर्खियों में, बलुआ थाने का ऑडियो हुआ वायरल,विधायक जी भी लेते हैं वसूली का पैसा

अवैध वसूली मामले में एक बार फिर चंदौली पुलिस सुर्खियों में, बलुआ थाने का ऑडियो हुआ वायरल विधायक जी लेते हैं पैसा

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली- जहां एक तरफ योगी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर है और भ्रष्ट अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है लेकिन कुछ जगह पर तो योगी सरकार के निर्देशों का कोई असर नहीं है कुछ ऐसा ही चंदौली जनपद में देखने को मिला है जहां पर आपको बता दें कि कुछ दिनों पूर्व भी चंदौली जनपद के मुगलसराय थाने में अवैध वसूली करने के लिस्ट जारी हुआ था। जिसमें तत्काल प्रभाव से एसपी हेमंत कुटियाल ने मुगलसराय के वर्तमान स्पेक्टर रहे शिवानंद मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया था। उसके कुछ दिनों बाद ही चंदौली जनपद में भांग और गांजा की दुकानों से अवैध वसूली करने की भी लिस्ट जारी हुई थी जिसको कि पुलिस ने निराधार बताया था उसके 1 दिन बाद ही पढ़ाओ चौराहे पर अवैध वसूली करने की फोटो भी वायरल हुई थी जो कि सही पाई गई थी।
उसी क्रम में आपको बताते चलें कि एक बार फिर चंदौली पुलिस दो दिन से सुर्खियों में चल रही है मिली जानकारी के अनुसार बलुआ थाना क्षेत्र में ओवरलोड ट्रकों को पास कराने को लेकर बलुआ थाना के कारखास तथा कुछ तथाकथित पत्रकारों द्वारा मिलकर अवैध वसूली का खेल जोरों पर जारी है। जिसका शनिवार को ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। और सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में ट्रक चालकों से वसूली किया हुआ पैसा सैयद राजा के बीजेपी विधायक सुशील सिंह के यहां भी जाने की बात की जा रही है।
आपको बता दें कि अलीनगर से लेकर के बलुआ थाने तक के बीच में ओवरलोड ट्रकों को पास कराया जाता है जिसमें कि 1000 से लेकर ₹25000 तक की वसूली की जाती है। वायरल हुए ऑडियो में पुलिस विभाग के सीओ, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, और कुछ सिपाहियों द्वारा भी पैसा वसूली करने का बात किया जा रहा है। वही आपको बता दें कि वायरल ऑडियो के अनुसार दो ओवरलोड हुए ट्रकों को खड़ा कर आने के बाद उन्हें छोड़ने के लिए स्थानीय कोतवाल द्वारा 25 ₹25000 वसूला गया।

अब देखना यह है कि आखिर कब तक यह अवैध वसूली का खेल के धंधे पर विराम लगाया जाता है और पुलिस विभाग के अधिकारियों द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है।

वह इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने इस मामले को पूरी तरह से निराधार बताया है उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो में पुलिस विभाग के किसी भी सिपाही की आवाज नहीं है और इसकी जांच की जा रही है जांच के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।