शहाबगंज-नाबालिग बच्चों से विद्यालय में कराया जा रहा है मजदूरी का कार्य,विभाग मौन 

नाबालिग बच्चों से विद्यालय में कराया जा रहा है मजदूरी का कार्य,विभाग मौन

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

शहाबगंज-जहां एक अध्यापक गुरु होता है वही गुरु को ईश्वर से बड़ा माना जाता है क्योंकि गुरु ही जीवन मे एक ऐसा होता है जो बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर नेकी के रास्ते पर चलने वाले रास्ते को प्रशस्त करता है और बच्चों के अंदर दया शीलता अच्छाई का गुण उत्पन्न करता है ाा वहीं कुछ गुरु चंद पैसा बचाने के लालच में उन्हीं बच्चों को मजदूर बनाकर कार्य कराते हैं जिस जिसका जीवंत उदाहरण प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण शहाबगंज कस्बा में देखने को मिला बच्चों को वितरण करने के लिए किताबें शहाबगंज प्राथमिक विद्यालय के गोदाम में रखी गई है जहाँ से सभी विद्यालय के प्रधानचार्य या शिक्षक आ कर अपने विद्यालय पर ले जाते है वही पूर्व माद्यमिक विद्यालय बनरसिया में पड़ने वाले कक्षा 7 के छात्र सन्दीप कुमार और विकास कुमार को पूर्व माध्यमिक विद्यालय बनरसिया के प्रधानाध्यापक होशिला पांडेय के द्वारा करोना काल के भीषण महामारी के बीच छोटे नाबालिक बच्चों को बगैर मास्क के ही प्राथमिक विद्यालय शहाबगंज में रखे सरकारी किताब के गोडाउन पर ले आया गया और बच्चों से गोदाम में रखी हुई किताबों को की ढुलाई करा कर बाहर में खड़ी टोटो गाड़ी पर लदवाया जा रहा था बच्चे भीषण गर्मी धूप में बगैर मास्क और गमछे के ही किताबों का बंडल सर पर उठाकर टोटो के ऊपर लाद रहे थे जब इस बारे में प्रधानाध्यापक होशिला पांडेय से पूछा गया कि बच्चों से किताब के बंडलों को क्यों मजदूरों की तरह ढुलाई का कार्य कराया जा रहा है तो प्रधानाध्यापक ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया वही बच्चों से पूछने पर बच्चों के द्वारा बताया गया कि हम लोग पूर्व माध्यमिक विद्यालय बनरसिया के कक्षा 7 के छात्र हैं वही जब इस बात की जानकारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप से फोन पर पत्रकारों के द्वारा बताया गया तो उक्त प्रधानाध्यापक के विरुद्ध ऐसे कृत्य करने के लिए जांच कर कार्यवाही करने की बात कही गई।