रेलटेल कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के मैनेजर ने गुंडे से फोन करवाकर पत्रकार को दी जान से मारने की धमकी।

मोरवा निवासी पवन पांडे ने फोन पर पत्रकार से की अभद्रता।

आए दिन सिंगरौली में पत्रकारों को मिल रही जान से मारने की धमकी।

सिंगरौली। राज एक्सप्रेस दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार शशिकांत कुशवाहा ने रेलटेल कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के मैनेजर दीपक चौधरी से उनके विभाग से जुड़ी भ्रष्टाचार की जानकारी के संबंध में फोन पर वार्ता कर जानकारी जाननी चाही तो उन्होंने फोन ये कह कर काट दिया की फालतू बातों के लिए हमारे पास समय नही है। लेकिन कुछ देर बाद दीपक चौधरी ने मोरवा निवासी पवन पांडे को शशीकांत कुशवाहा का फोटो व मोबाईल नंबर देकर समझाने का आदेश दिया। फिर मोरवा भगत सिंह कालोनी निवासी पवन पांडे द्वारा पत्रकार शशीकांत कुशवाहा के साथी पत्रकार पर फोन कर फोटो भेज जानकारी ली गयी और साथी पत्रकार के माध्यम से गाली गलौज देते हुए शशीकांत कुशवाहा को देख लेने की व मोरवा थाने में आकर मिलने की
धमकी दी गयी, जिसके कारण पत्रकार काफी भयभीत व डरे हुए हैं। पत्रकार शशीकांत कुशवाहा ने मोरवा थाने में लिखित सूचना देकर जान माल की रक्षा की गुहार लगाई है।

सिंगरौली जिले में अपराधी इतने बेलगाम हो गए हैं कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। प्रशासन के ढुलमुल रवैए के कारण बेलगाम अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। बाहुबल व धनबल में मदमस्त भ्रष्टाचारी पत्रकारों को डराने का कोई मौका नहीं छोड़ते और प्रशासन की माखौल उड़ाते हर बार घटना की पुनरावृत्ति कर रहे हैं।

घटना के संबंध में मोरवा थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि पत्रकार शशीकांत कुशवाहा के तहरीर पर जांच जारी है और मीडिया पर किसी भी प्रकार से हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

पत्रकार संगठन अाईएफडब्लूजे सिंगरौली के ब्लाक अध्यक्ष राजकुमार सिंह से जब इस संदर्भ में बात की गई तो उन्हों ने कहा की पत्रकार साथी को धमकी देने वाले व्यक्ति के ऊपर तत्काल कार्यवाही नही हुई तो घटना घटित होने का इंतजार किये बगैर करेंगे पुलिस अधीक्षक सिंगरौली का घेराव।

सिंगरौली जिले में आए दिन पत्रकारों पर हो रहे हमले और बदसलूकी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हो रहे हमले से सिंगरौली जिले के पत्रकार वर्ग में रोष व्याप्त है और जिले के सभी पत्रकार संगठनों के बैनर तले बहुत जल्दी पुलिस अधीक्षक से मिलकर उचित प्रकरण की शिकायत दर्ज कराई जाएगी।