जहरीली शराब कांड खुलासा – बटाला के एक हाईप्रोफाइल जिस्मफरोशी के अड्‌डे का इस्तेमाल कर राजनीतिक लीडरों और पुलिस वालों की करीबी बन त्रिवेणी बनी हुई थी अवैध शराब के धंधे की बेताज बादशाह, कई नाढ़

जहरीली शराब कांड खुलासा ? बटाला के एक हाईप्रोफाइल जिस्मफरोशी के अड्?डे का इस्तेमाल कर राजनीतिक लीडरों और पुलिस वालों की करीबी बन त्रिवेणी बनी हुई थी अवैध शराब के धंधे की बेताज बादशाह, कई नाढ़े के ढीले नेताओं और कुछ भ्रष्ट पुलिस वालों को करती थी कालगर्ल सप्लाई, खास अफसरों और नेताओं की जिस्म की भूख मिटाने के लिए अमृतसर से भी बुलवा लेती थी कालगर्ल

-जहरीली शराब पिला कर बटाला में 14 सुहागिनों का सुहाग उजाड़ने वाली बदनाम शराब तस्कर त्रिवेणी चौहान बीस साल पहले एक सीधी साधी साधारण महिला थी, एक पत्रकार ने पहले उसे पत्रकार बनाया और फिर सिर पर हाथ रख बनाया अवैध शराब बेचने के धंधे का माहिर खिलाड़ी, पत्रकार ने ही सिखाया था त्रिवेणी को नाढ़े के ढीले नेताओं की जिस्म की भूख मिटाने का प्रबंध कर अवैध शराब तस्करी के धंधे का बेताज बादशाह बनने का गुर, पत्रकार की बरसों पहले हो चुकी है मौत

त्रिवेणी की गिरफ्तारी के बाद अब मीडिया और सोशल मीडिया में नशर हो रही हैं त्रिवेण के संग कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के बड़े बड़े नेताओं की खिंचवाई तस्वीरें

जहरीली शराब से बटाला में 14 मौतों समेत पंजाब भर में 116 मौतों होने के बाद पंजाब के लोगों का सियासतदानों और पुलिस डिपार्टमेंट के खिलाफ गुस्सा सातवे आसमान पर है।

बटाला में जहरीली शराब बेच कर 14 घरों को उजाड़ने की मुख्य आरोपी बटाला की बदनाम शराब तस्कर त्रिवेणी चौहान भले ही अब पुलिस की गिरफ्त में है लेकिन हर रोज पंजाब की लगभग हर राजनीतिक पार्टी के नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें शोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं और मीडिया की सुर्खिया बन रही हैं। ये तस्वीरें इस बदनाम महिला शराब तस्कर की राजनीतिक पार्टियों में बने दबदबे को खुद ब खुद बयान कर रही हैं।

बटाला के अकाली विधायक लोधीनंगल के साथ उसकी खींची हुई तस्वीरों की तो पूरी की पूरी एक एलबम ही सामने आ गई है। वहीं पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम और शिरोमणि अकाली दल के सुप्रीमों सुखबीर बादल के साथ इस बदनाम महिला शराब तस्कर की एक तस्वीर भी शोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। वहीं भाजपा के जिला प्रधान राकेश भाटिया की साथ उसकी तस्वीर भी मीडिया मे सुर्खियों में रही है। इसके अलावा पंजाब के केबिनेट मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा के साथ भी इस बदनाम शराब तस्कर की तस्वीरें खुद अकाली दल जहरीली शराब कांड के बाद मीडिया के सामने पेश कर चुका है। जहरीली शराब कांड के बाद राजनीतिक पार्टियों की फोटी की राजनीति ने साबित कर दिया है कि हमाम में सब नंगे हैं। हालांकि जिन भी सियासतदानों के साथ इस बदनाम महिला शराब तस्कर की तस्वीरें सामने आ रही हैं, उन सभी का एक ही सुर में कहना है कि त्रिवेणी शराब तस्कर थी, इस बारे में उन्हें नहीं पता था। वहीं सभी लीडरों का यह भी कहना है कि वो नेता हैं हजारों लोग उनके साथ तस्वीरे खिंचवाते हैं, अब तस्वीर खिंचवाने वाले की बैकग्राउंड क्या है, इसके बारे में पता नहीं होता।

वहीं इन नेताओं की दलील मान भी लें तो एक बात तो साफ है कि इस बदनाम महिला शराब तस्कर त्रिवेणी चौहान का दबदबा सभी राजनीतिक पार्टियों में था, तभी हाईप्रोफाइल राजनेताओं के करीब जा कर उनके संग तस्वीर खिंचवाना उसके बाएं हाथ का खेल रहा है।

मीडिया मंत्री डाट काम की पड़ताल में पाया गया है कि बदनाम शराब तस्कर त्रिवेणी चौहान बड़े नेताओं का आर्शीवाद पाने के लिए उन बड़े नेताओं की आंख कान समझे जाने वाले उन्ही की पार्टी के नाड़े के ढीले नेताओं को बटाला में एसएसपी कार्यालय से कुछ दूरी पर सरगर्म एक हाईप्रोफाइल जिस्म फरोशी के अड्?डे का इस्तेमाल कर अपने बस में कर रखा था।

जहरीली शराब पिला कर बटाला की 14 सुहागिनों की मांग उजाड़ने की आरोपी बदनाम महिला शराब तस्कर त्रिवेणी चौहान को पिछले लंबे समय से करीब से जानती एक महिला नेता ने मीडिया मंत्री डाट काम से बात करते हुए अपना नाम न छापने की शर्त पर जो खुलासा किया है, उसके मुताबिक त्रिवेणी कोई आज की नहीं पिछले 20 साल से बटाला में अवैध शराब बेचने का धंधा करती आ रही थी वो भी लुक छिप कर नहीं बल्कि सरेआम। हर राजनीतक पार्टी के नेताओं और पुलिस अधिकारियों को पता था कि त्रिवेणी अवैध शराब का धंधा करती है और खुल कर करती है।

महिला नेता के मुताबिक कभी त्रिवेणी बड़ी सीधी साधी महिला थी। बरसों पहले वह इलाके के एक पत्रकार के संपर्क में आई और उसके आर्शीवाद से पत्रकार बन गई। उस पत्रकार की मौत हुए भी अब बरसों हो गए हैं लेकिन उस पत्रकार ने ही त्रिवेणी को अवैध शराब के धंधे में उतारा और नाढ़े के ढीले नेताओं और कुछ भ्रष्ट पुलिस वालों की जिस्म की भूख मिटाने का प्रबंध कर शराब तस्करी के इस अवैध धंधे की बेताज बादशाह बनने का गुर सिखाया था।

महिला नेता के मुताबिक यह गुर सीखने के बाद त्रिवेणी बटाला में अवैध शराब बेचने के धंधे की सबसे बड़ी खिलाड़ी बन गई, धीरे धीरे राजनीतिक पार्टियों में अपने लिंक बना कर त्रिवेणी ने शराब तस्करी के धंधे से जुड़े दूसरे खिलाड़ियों को धमका कर या पुलिस के हाथों सलाखों के पीछे भिजवा कर बटाला में अवैध शराब बेचने के सारे अवैध कारोबार पर कब्जा कर लिया। त्रिवेणी इस अवैध धंधे की ऐसी ताकतवर खिलाड़ी बनी कि उसके अवैध धंधे के खिलाफ बोलने की जुरर्रअत करना शहर में किसी के बस में नहीं रहा था।

हालत ये हो गई थी कि लाखों की आबादी वाले बटाला में धार्मिक कार्यक्रमों में पूर्व कांग्रेसी मंत्री अश्विनी सेखड़ी के दाहिने हाथ समझे जाने वाले सिटी कांग्रेस के पदाधिकारी और भाजपा के लोकल नेता तक त्रिवेणी को बतौर चीफ गेस्ट बुलाने लगे थे। सबको पता था कि त्रिवेणी क्या धंधा करती है लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं में यह कहने कि होड़ लगी रहती थी कि त्रिवेणी हमारी है।

महिला नेता के मुताबिक बटाला के एसएसपी कार्यालय के पास पड़ते मुर्गी मोहल्ला के पास के एक इलाके में लंबे समय से चल रहे एक हाई प्रोफाइल जिस्म फरोशी के अड्?डे की कालगर्लस का इस्तेमाल कर त्रिवेणी पिछले लंबे समय से कुछ नाढ़े के ढीले नेताओं और भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की जिस्म की भूख मिटाने का गंदा खेल खेल कर अपने बस में किए हुए थी और ढंके की चोट पर अवैध शराब बेचने का धंधा बेखौफ तरीके से चला रही थी। कुछ खास नेताओं और कुछ खास अफसरों को खुश करने के लिए त्रिवेणी उनके लिए अमृतसर से भी स्पेशल कालगर्लस मंगवा कर उनका बिस्तरा गर्म करवाती रही है।

महिला नेता ने कहा कि नाढ़े के ढीले नेता त्रिवेणी के इशारों पर नाचते थे और अपनी पार्टियों के बड़े नेताओं के सामने झूठ बोल कर त्रिवेणी की पूरी साख बना कर रखते थे। महिला नेता ने कहा कि जिस्म फरोशी के अड्?डे पर बटाला में अवैध शराब बेचने के धंधे की बरसों से सबसे ताकतवर खिलाड़ी बनी रही त्रिवेणी की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि त्रिवेणी के घर से कुछ कदमों की दूरी पर ही रोजाना पुलिस का नाका लगता था लेकिन मजाल है कि किसी पुलिस वाले की कि वहां पर सरेआम बिक रही अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई तो दूर की बात आंख उठा कर भी देख सके।

थाने का अगर कोई इमानदार पुलिस अधिकारी त्रिवेणी को शराब तस्करी का अवैध कारोबार बंद करने की चेतावनी देता था तो, रहस्यमय तरीके से उस अधिकारी की बदली हो जाती थी या उसे तरीके सलीके से नेता ही समझा देते थे कि त्रिवेणी हमारी है।

महिला नेता ने कहा कि जिस जिस्म फरोशी के अड्?डे के बल पर त्रिवेणी अवैध शराब के धंधे की बटाला में पिछले कई दशकों से बेताज बादशाह बनी हुई थी, उस अड्?डे के इर्द गिर्द पुलिस के भी कई नाढ़े के ढीले अधिकारी मंडराते कई बार देखे गए हैं। महिला नेता के खुलासे पर यह सोच कर एक बार यकीन करने को दिल करता है कि त्रिवेणी बीस साल से यह अवैध शराब का कारोबार सरेआम करती आ रही थी, इन बीस सालों में कई बार अलग अलग राजनीतिक पार्टियों की सरकारें आई और गई, बटाला मे इस दौरान बीस के करीब एसएसपी और 60 के करीब डीएसपी पोस्ट हुए लेकिन त्रिवेणी के अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं हुई। इससे पता चलता है कि कि त्रिवेणी कितनी ताकतवर थी। अब भी अगर जहरीली शराब से बटाला में ओर पंजाब में 116 घर न उजड़ते, हाहाकर न मचता तो त्रिवेणी आज सलाखों के पीछे न होती बल्की आज भी पिछले बीस सालों की तरह ही ढंके की चोट पर सरेआम बटाला में अवैध शराब बेचने का कारोबार चला रही होती।

??(सुनील प्रभाकर)मीडिया मंत्री डाट काम