आत्मनिर्भर भारत अभियान के बाजारों में आई राखियां, इस बार बहन देगी भाई को मास्क व सेनेटराइजर गिफ्ट


डूंगरपुर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते संक्रमण ने हर किसी की जीवन शौली पूरी तरह से बदल गई है। इसका साफ असर रक्षा बंधन के त्यौहार का पूरी तरह से बदल दिया है। आम तौर पर रक्षा बंधन के पावन पर्व पर भाई अपने बहन को रक्षासू़त्र बांधते समय हुई अपनी रक्षा वचन मांगती है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार बहन अपने भाई को रक्षा और कोरोना संक्रमण के बचाने के लिए राखी बांधने के साथ ही मास्क व सेनेटराइज भी भेट करेगी। इसके लेकर बाजार भी पूरी तरह से तैयार है। शहर के नया बस स्टैंड पर राखी की बिक्री कर रखी कामिनी जैन ने बताया कि कोरेाना संक्रमण के चलते इस बार राखी का त्यौहार पूरी तरह से बदल गया है। बहने अपने भाई को राखी बांधने के साथ-साथ अपने भाई को मास्क व सेनेटराइज की भी मांग ज्यादा है। वहीं कोरेाना संक्रमण के चलते राखी की दुकानों में खरीददारी करने आने वाली बहनों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जिसके लिए हर ग्राहकों को फ्री में मास्क का वितरण भी किया जा रहा है।
ः देश में बनी मेक इन इंडिया राखियों का भारी डिमांड़
राखी व्यापारी कामिनी जैन ने बताया कि इस बार भारत में बनी हुई राखियों की भारी डिमांड़ है। जैन बताया इससे पहले पूरे बाजार में चीन में बनी हुई राखियों का पूरा कब्जा रहता था। लेकिन इस बार भारत व चीन विवाद के चलते भारत सरकार ने चीन आने वाले सामग्री को प्रतिबंध करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्म निर्भर भारत बनाने के आह्वान का भी देश में पूरा सहयोग मिल रहा है। जिसके चलते सार्वधिक मेक इन इंडिया के तहत बनी राखियां ही बाजार में ज्यादा देखने को मिल रही है। वही बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार की कार्टून व खिलोनों की वाली राखियां बाजारों में देखने को मिली रही है। जो पूर्ण रूप से स्वदेशी है।