डूंगरपुर की प्रतिभाओ ने शिक्षा जगत में रोशन किया नाम : सभापति

डूंगरपुर। हमारा डूंगरपुर देश प्रदेश में प्रगति के पथ पर तभी रफतार पकड़ सकता है जब शिक्षा का ढांचा मजबूत हो हम सभी के सामूहिक प्रयासों से प्रतिभाओ बढ़ने के अवसर देने होंगे,यदि प्रतिभाओ को उचित प्रोत्साहन दिया जाये तो डूंगरपुर का विद्यार्थी देश प्रदेश में जिले का नाम गौरवान्वित कर सकेगा ये बात गुरूवार को परिषद के विजया राजे सिंधिया ऑडिटरयिम में जिले के मेघावी छात्रो के सम्मान में सम्बोदित करते हुए कही। गुरूवार को नगरपरिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शहर सहित जिले के कक्षा 10 और 12 के 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओ का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे जिले के कक्षा 10 और 12 के तीन तीन सर्वेश्रेष्ठ और 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले 70 मेघावी छात्र- छात्राओं का प्रतिक चिन्ह और सर्टिफिकेट देकर सम्मान किया। कार्य्रकम के मुख्य अतिथि नगरपरिषद सभापति के.के.गुप्ता,अध्यक्षता शिक्षा अधिकारी माध्यमिक बंसीलाल रोत,विशिष्ठ अतिथि उपसभापति फखरुद्दीन बोहरा,आयुक्त गणेश लाल खराड़ी और महारावल विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश रोत रहे। कार्य्रकम में दिप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुवात की गयी।

विद्यार्थी समय प्रबंधन और लक्ष्य निर्धारित करे -

कार्य्रकम में सम्बोदित करते नगरपरिषद सभापति के.के.गुप्ता ने कहा कि कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थी के समय बहुत नाजुक होता है,विद्यार्थी समय का उपयोग करे और इस समय में अपना लक्ष्य निर्धारित करे क्योकि ये समय बहुत नाजुक होता हैं अगर इस समय का उपयोग कर लिया तो माता पिता का नाम रोशन करेंगे और नहीं किया तो पूरा जीवन बर्बाद हो जाएगा इसलिए कक्षा 10 के विद्यार्थी अपना समय प्रबंधन बनाये और लक्ष्य निर्धरित करके लक्ष्य को प्राप्त करने में लग जाए। सभापति ने स्वामी विवेकानद की जीवनी से शिक्षा लेने की बात कही और कहा कि महापुरुष की जीवनियों को अपने जीवन में उतारे।

शैक्षणिक कार्यो में परिषद अव्वल -

डूंगरपुर निकाय के सभापति के.के.गुप्ता ने सम्बोदित करते हुए कहा की शहर में निकाय द्वारा शिक्षा हेतु कई कार्य किये गए है,जिसमे बेरोजगार युवाओ को नियमित कोचिंग,कम्प्यूटर प्रशिक्षण,अंग्रेजी स्पोकन,युवाओ के लिए अत्याधुनिक लाइब्रेरी सहित शहर की 130 बेटियों को गोद लेते हुए उन्हें शिक्षा से जोड़ा। सभापति ने कहा की शहरी स्वच्छता में विद्यालय और विद्यालय के बच्चो की अहम् भूमिक रही है जिसके आज हमारा शहर स्वच्छता के नाम से पुरे देश में जाना जाता है,परिषद ने शहरी युवाओ और बच्चो को आगे बढ़ाने को लेकर हमेशा बच्चो को प्रोत्साहित करने का कार्य किया है। सभापति ने कहा कि प्रदेश की एक मात्र निकाय जो परिषद क्षेत्र के विद्यालय के हर कार्य में अग्रणी रहती है,चाहे विद्यालय के शौचालय की सफाई हो चाहे विद्यालय में कोई विकास कार्य हो। सभापति ने कहा कि हमने कभी ये नहीं सोचा की ये परिषद का कार्य नहीं है हमने केवल विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो का ध्यान रखा हमने किसी भी विधालय से भेदभाव नहीं किया है।


डूंगरपुर का विद्यार्थी देश दुनिया में नाम रोशन करे -

सभापति के.के.गुप्ता ने विद्यार्थी को सम्बोदित करते हुए कहा कि डूंगरपुर निकाय ने अपने कार्यो,जूनून और होसलो से डूंगरपुर को देश ही नहीं अपितु अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है,आज पूरी दुनिया में हमारे शहर का नाम गर्व से लिया जाता है क्योकि हमने खुली आखो से सपने देखे और उन सपनो को सच कर दिखाया,विद्यार्थी भी अपने जीवन में अपने लक्ष्य को निर्धारित रखकर डूंगरपुर शहर की तरह अपने माता पिता और अपने शहर सहित जिले का नाम रोशन करे। शहरी प्रतिभाओ को आगे बढ़ने हेतु मेरे से जो भी हो सकेगा वो में करुगा। सभापति ने कहा आज अन्य जिलों के एक ही परिवार से पांच -पांच लोग आईएएस,आईपीएस और बड़े बड़े पदों पर आसीन है हमारे यहाँ के विद्यार्थी का आरक्षण का लाभ अन्य जिले ले जा रहे है,हमारे यहाँ का विद्यार्थी बड़े बड़े पदों पर आसीन होकर देश दुनिया में हमारे शहर का नाम रोशन करे जिसके लिए परिषद ने एक अत्याधुनिक इ लाइब्रेरी बनायीं है जहा सभी परीक्षाओ की तैयारी हेतु किताबे और पाठ्क्रम उपलब्ध है।

हर्षल और अवनि ने छात्रों को किया मोटिवेट -

कार्य्रकम में शहर की दो मेघावी बेटियों ने छात्रों को अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि पढ़ना और आगे बढ़ाना दोनों एक दूसरे के पूरक है पढ़ने से आगे बढ़ने के रास्ते खुलते है। शहर की बेटी और एमबीए करी हुई हर्षल शाह ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थी स्वयं निर्णय न लेवे आगे बढ़ने के लिए अपने माता पिता के निर्णय को स्वीकार करे और उच्च शिक्षा हेतु सभी भाषाओ पर अपनी पकड़ रखे,वही हर्षल ने कहा कि जिस तरह सभापति के.के.गुप्ता ने शहर को सूंदर और स्वच्छ बनाने का सपना देखा और उसे पूरा करके दिखा दिया आज में मुंबई में रहकर डूंगरपुर का नाम गर्व से ले सकती हु। वही महारावल की बेटी अवनी पालीवाल जिसने कक्षा 12 वी में 94 प्रतिशत बनाए है उसने कहा कि मेने कक्षा 10वी में 75 प्रतिशत अंक हासिल किये पर मेने कक्षा 12 में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने की मेहनत की और आज उसका फल मिल गया निश्चित ही मेहनत का फल मिलता है बस मेहनत ईमानदारी से करनी है।

कार्य्रकम में जिला शिक्षा अधिकारी बंसीलाल रोत और महारावल विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कक्षा 10 और 12 वी के सभी विद्यार्थी को परीक्षा में सफलता हेतु बधाई दी और कहा कि डूंगरपुर की प्रतिभाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहराए पूरा शिक्षा विभाग आज इन प्रतिभाओ पर गर्व महसूस करता है। कार्य्रकम में महारावल उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश रोत ने बच्चो को मोटिवेट करते हुए लगन से पढ़ाई करने और लक्ष्य निर्धारित करके लक्ष्य हासिल करने की बात कही। कार्य्रकम में परिषद के पार्षद प्रीति जैन,नीलम श्रीमाल,बेचरलाल भोई,ओमप्रकाश पंचाल,रविंद्र जैन,स्वच्छता मित्र पंकज जैन नवकार,चिराग व्यास,अमित टेलर,गोपाल मराठा,परिषद् की कल्पना भावसार,कुलदीप सिंह,हरदिल अजीज सहित विद्यालय के प्रधानाचार्य और छात्र छात्राये मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन महारावल के प्राध्यापक रेवालाल कटारा ने किया।