कोरोना संक्रमण को लेकर बाबा गोरखनाथ धाम रहेगी बंद, भक्त घरो में ही करेंगे बाबा की पूजा अर्चना

🎤🎤कटिहार से कमल कुमार महतो की खास रिपोर्ट🎤🎤


कटिहार:- �सावन का पावन मास शुरू हो गया है। सावन मास को लेकर जहां श्रद्धालु भक्तगण उत्साहित है वही कोरोना संक्रमण काल को लेकर पहली बार ऐसा हो रहा है जहां आम लोग कटिहार जिले के आजमनगर प्रखंड �स्थित बाबा गोरखनाथ धाम मंदिर में जलार्पण व पूजा अर्चना नहीं कर पायेंगे। मंदिर के पुजारी ही पूजा अर्चना करेंगे जबकि आम भक्त घरों में ही बाबा की पूजा अर्चना करेंगे। इधर सरकार के निर्देश में मंदिर प्रबंधन व कटिहार पुलिस ने निर्णय लिया की इस बार बाबा गोरखनाथ मंदिर बंद रहेगी �गोरखनाथ मंदिर कमेटी के सचिव ने बताया कि इस बार बाबा गोरखनाथ धाम में सावन की सोमवारी और लाखों की संख्या में श्रद्धालु ने मनिहारी से जल भर पैदल बाबा गोरखनाथ धाम पहुँचते है इससे श्रद्धालुओं की भरी भीड़ उमड़ जाती थी। लेकिन कोरोना संक्रमण काल के कारण इस बार मंदिरों में आम लोगों के लिए पूजा अर्चना और जल अर्पित संभव नहीं है मंदिर प्रबंधन ने भी नियम के अनुपालन को लेकर प्रशासन को अवगत करा दिया है। जहां आवश्यक प्रकिया पूरी की जा रही है इसके लिए मंदिर के आसपास प्रशासन द्वारा होर्डिंग लगाकर �सरकार के दिये निर्देश का अनुपालन किया जायेगा मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोगों से बात हुई है। कहा कि इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल को लेकर शारीरिक दूरी के अनुपालन सहित अन्य नियम को लेकर सावन मास में जलार्पण व पूजा अर्चना आम लोग के लिए नहीं हो पायेगी इसके लिए मंदिर परिसर के बाहर पुलिस बल की तैनाती रहेगी। मंदिर में सामान्य पूजा मंदिर के पुजारी कर सकेंगे। वही दूसरी ओर सावन के पावन मास को लेकर भक्तों में उत्साह है। लेकिन इस बार घरों में ही पूजा अर्चना करनी होगी। ऐसा कोरोना संक्रमण को रोकने के कारण हो रहा है।
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मंदिर समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार के निर्देशानुसार इस वर्ष बाबा गोरखनाथ मंदिर में सावन मेले का आयोजन नहीं किया जायेगा । मंदिर कमिटी के सचिव ने बताया कि इस बार किसी भी भक्त की ओर से श्रृंगार पूजा नहीं की जाएगी। पुजारी परिवार के तरफ से ही रोजाना की तरह श्रावण में भी बाबा का श्रृंगार किया जाएगा।