शहीद की अनोखे तरीके से हुई अंतिम विदाई


झुंझुनू, 20 जून। जिले के नवलगढ़ उपखंड क्षेत्र के गांव जाखल के रहने वाले अजय कुमावत लेह में सेना के एक ऑपरेशन के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गये। शनिवार को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव देह के साथ आए शहीद के साथी सूबेदार एम.एस. ने शहीद के भाई संजय कुमार को तिरंगा सौंपा। इस दौरान झुन्झुनूं सासंद नरेंद्र खीचड़,एसडीएम मुरारीलाल शर्मा, तहसीदार कपिल कुमार, डिप्टी सतपाल सिंह, राजपाल शर्मा, पबाना सरपंच विजेंद्र डोटासरा, बागोरिया की ढाणी सरपंच राजेन्द्र सैनी सहित कई लोगो ने शहीद अजय कुमावत की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र व पुष्प माला अर्पित की। जाखल गांव ग्राम पंचायत भवन के पास शहीद की पार्थिव देह की अंत्येष्टि की गई. इससे पहले शहीद की पार्थिव देह जैसे ही घर पहुंची तो परिजन बिलख पड़े। शहीद को पुलिस और सेना के जवानों ने र्गाड ऑफ ऑनर दिया।
गुरुवार सुबह साढ़े 7 बजे सेना के अधिकारियों ने अजय के परिजनों को शहादत की सूचना दी इसके बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। शहीद की पत्नी पूनम तथा 3साल की मासूम बेटी हंसवी, मां विद्या देवी एवं पिता परमेश्वरलाल, शहीद के भाई संजय का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता परमेश्वरलाल मजदूरी का काम करते हैं. माता विद्या देवी गृहणी है। अजय का जन्म और प्रारंभिक शिक्षा जाखल में हुई। वे बचपन से ही मेधावी और देशसेवा में जाने के इच्छुक रहे। रोजाना वे स्कूल से आने के बाद सेना की तैयारी करते। शहीद के भाई संजय ने बताया कि मात्र 19वर्ष की उम्र में 2007 में चुरु सेना भर्ती रैली में अजय का चयन हो गया था। अजय कुमावत लेह में 41आर्टिलरी में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर तैनात थे। बुधवार को अजय अपने साथियों के साथ एक आर्मी आपरेशन के तहत ग्लेशियर चढ़ रहे थे, इसी दौरान चट्टान फिसल गई, अजय की तबियत बिगड़ने से उन्हें हैलिकाॅप्टर से अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।