5 दिनों से कर रखा काले तरीके से खेत में अवैध हरे सोने का भण्डार


सरपंच ने छुटभैये नेताओं के खिलाफ लिखा वन परिक्षेत्राधिकारी को पत्र, दूसरा फड़ न बनाये जाने की मांग

मसीरा/शहडोल।जयसिंहनगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मसीरा और हरदुआ में तथाकथित लोगों की ऐसी कारस्तानी सामने आई है जहां उनके द्वारा हरे सोने का काला खेल किया जा रहा है, वहीं मसीरा और हरदुआ 2 गांवों में बनाये गए तेंदुपत्ता फड़ में पत्तों को न देकर अपने खेत मे क्षेत्रीय जनों में फड़ के खिलाफ विद्रोह पैदा कर एकत्रित किया जा रहा है जिसकी जानकारी अधिकारियों को होते हुए भी वो मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। दरअसल मसीरा लघु वनोपज समिति और वन विभाग द्वारा तीरथ प्रसाद मिश्रा को फड़ मुंशी नियुक्त किया गया है और वहीं हरदुआ में यह जिम्मा विजय प्रकाश चतुर्वेदी को दिया गया है जिनके द्वारा नियमतः तेंदूपत्ते का संग्रहण करवाया जा रहा है, लेकिन मसीरा के संपत, रामचन्द्र और संतोष केवट के द्वारा तो वहीं हरदुआ के शिवप्रसाद और रामाधार केवट द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से अपने खेत मे फड़ बनाकर तेंदुपत्ता को एकत्रित किया गया है और इसे लेकर वन परिक्षेत्राधिकारी को जानकारी भी दी गई है जिसे लेकर उनके द्वारा अपने उच्चाधिकारी को अवगत कराया गया लेकिन जिम्मेदार अभी विवाद होने का इंतजार कर रहे हैं।

लिखित में दिया गांव के मुखिया ने :

छुटभैये नेताओं की काली करतूत की दास्तां मसीरा पंचायत के सरपंच अनिल कोल ने अभी अपने लेटर पैड में जयसिंहनगर के वन परिक्षेत्राधिकारी को देते हुए उल्लेख किया है कि वन विभाग द्वारा हरदुआ में विजय प्रकाश चतुर्वेदी और मसीरा में तीरथ प्रसाद मिश्रा को फड़ मुंशी बनाकर तेंदूपत्ता संग्रहण करने के लिए नियुक्त किया गया है जो कि नियमतः कार्य कर रहे हैं लेकिन मसीरा के संपत, रामचन्द्र और संतोष केवट के द्वारा और हरदुआ के शिवप्रसाद और रामाधार केवट द्वारा राजनैतिकविद्वेष बस कुछ लोगों को भड़काते हुए राजनैतिक रोटियां सेंकने की कवायद की जा रही है और नियम की धज्जियां उड़ाते हुए 13 मई और 14 मई को अवैध तरीके से तेंदूपत्ते का संग्रहण किया गया है।

नहीं खोला जाए दूसरा फड़ :

सरपंच ने वन परिक्षेत्राधिकारी को लिखे पत्र में उल्लेख करते हुए लिखा है की ग्राम पंचायत में दो गांवों में जो फड़ नियुक्ति की गई है उनके द्वारा नियमतः खरीदी की जा रही है और ग्राम पंचायत अनुरोध करता है कि दूसरा फड़ नहीं बनाया जाए और जिनके द्वारा अवैध संग्रहण करके रखा गया है उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिये और दूसरा फड़ किसी भी परिस्थिति में नहीं बनाया जाए।

इन्होंने कहा -

  • हमारे द्वारा वरिष्ठ को सूचना दे दी गई है, खेत में फड़ बनाकर रखें हैं उच्चाधिकारियों के जैसे ही आदेश मिलेंगे उसी के अनुसार जप्ती बनाई जाएगी। - दशरथ प्रजापति, डिप्टी, वन विभाग​​​​​​​
  • जानकारी मिली है 72 घण्टों से ज्यादा कहीं भी तेंदुपत्ता संग्रहण नहीं किया जा सकता है, आरओ को जांच निर्देशित किया गया है रिपोर्ट आने के बाद यदि विद्रोह की स्थिति निर्मित होती है तो दूसरा फड़ बना दिया जाएगा। - देवांशु शेखर, डीएफओ, शहडोल