शराब पीने वालों सावधान,शराब के नाम पर कीड़े,गंदगी ,और बीमारी परोसा जा रहा है??????

कुरुद:-छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार लॉक डाउन में शराब दुकान खोलकर जहाँ चारो ओर से घिरी हुई हैं, विपक्ष लगातार हमले कर रहा,वही एक नया मामला सामने निकल कर आया है,शराब के नाम पर सरकार बीमारी परोस रही है,सरकारी आंगनबाड़ियों में छिपकली मिलने और उसे खाकर बच्चों को बेहोश होने की खबरें आपने कई बार पढ़ी हों, लेकिन अब छत्तीसगढ़ में सरकारी शराब दुकान से शराब खरीदकर पीने वाले सावधान हो जाइए. क्योंकि शराब की बोतल से कीड़े निकल रहे हैं. वो भी सबसे ज्यादा बिकने वाले ब्रांड में. जी हां धमतरी जिले के कुरुद में ऐसी ही घटना सामने आयी है. कुरुद में सरकारी शराब की दुकान से एक ग्राहक ने देशी शराब ऑनलाईन खरीदा डिलीवरी बॉय के जाने के बाद उसने देखा कि एक शीशी में कुछ तैर रहा है. बाहर से देखने पर यह साफ हुआ कि यह तो कीड़ा है.दूसरे शीशी में भी कचरा तैर रहा था, जिसकी सूचना उसके द्वारा डिलीवरी बॉय को तुरन्त दे दी,जिस पर डिलीवरी बॉय द्वारा बदल कर देने की बात कही गई हैं।

देशी ब्रांड पर खतरा क्यों? देशी ब्रांड में प्लेन और मशाला छत्तीसगढ़ में बिकता हैं, जिसका सेवन अधिकतर मजदूर वर्ग के लोगो द्वारा किया जाता है।
शराब दुकानदारों का कहना है कि देशी ब्रांड सबसे ज्यादा बिकते हैं. जिस बोतल में कीड़ा निकला है, उसे धुमा मुंगेली स्तिथ भाटिया वाइन मर्चेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सील किया गया था जिस पर 7 मई बैच नम्बर 02 एवं FSSAI लायसेंस नम्बर 10014037000172अंकित है करीब करीब करीब पुुुरे राज्य में देशी शराब इसी

बोटलिंग प्लांट से सील होकर सप्लाई होती है. कहा जा रहा है कि जब इस बोटलिंग प्लांट के एक बोटल में कीड़ा या कचरा पकड़ा गया तो बाकी बोतलों में भी कीड़ा या कचरा होने की पूरी संभावना है.



बोकरो में Double Blue में निकली थी गंदगी तो बंद हुआ था प्लांट, छत्तीसगढ़ में क्या होगा ?
इसी तरह का एक मामला बोकारो के बोटलिंग प्लांट ओम बोटलर्स में सामने आया था. वहां से सील हुए Double Blue शराब के बोतल में कुछ गंदगी पायी गयी थी. इस मामले को उत्पाद विभाग ने काफी गंभीरता से लिया था. ओम बोटलर्स में सील हुई हर बोतल को दुकान और गोदाम से हटा लिया गया. बिना किसी शो कॉज के ओम बोटलर्स को एक अक्टूबर 2018 को सील कर दिया गया. उत्पाद विभाग के इस कार्रवाई के मद्देनजर सवाल उठ रहे हैं कि क्या छत्तीसगढ़ में भी विभाग की तरफ से ऐसी कार्रवाई होगी ? सवाल इसलिए क्योंकि जिस शराब का नाम और बॉटलिंग कम्पनी का काम इस बार आ रहा है,वह शराब सबसे ज्यादा खपत वाली है.जिसका सेवन मजदूर वर्ग करता है,छत्तीसगढ़ में (देशी) प्लेन और मशाला इन्हीं दो शराब की सबसे ज्यादा खपत है।