बिजनौर में रिक्शा चालक ने लडकियों के साथ ये छेडखानी की

रिहान अंसारी / बिजनौर में कल जी0जी0आई0सी0 की एक लड़की स्कूल की छुट्टी होने के बाद जैसे ही स्कूल से निकली वहां खड़े एक रिक्शा चालक जिसका नाम सुधाशूं बताया जाता है और जो काशीराम कालोनी बिजनौर का ही रहने वाला है ने लड़की से उसको घर छोडने की बात कही और उसको अपनी रिक्शा में बैठा लिया। लडकी का कहना है कि जब उसकी छुटटी हुई दिन लगभग छिप सा गया था और अंधेरा होने लगा था। कुछ दूर चलने के बाद रिक्शा में ही बैठे एक लडके ने उसकी नाक पर रूमाल रख दिया जिससे वो बेहोश हो गई और जब उसे होश आया तो उसने अपने आपको सिविल लाईन में एक गली में पडा हुआ पाया। लडकी का कहना है कि उसके शरीर पर एक भी कपडा नहीं था जिससे वो बौखला गई। कुछ ही दूरी पर उसके कपडे पडे हुए थे उसने अपने कपडे पहने और किसी तरह से गिरती पडती अपने घर पहुंची। लडकी के पिता नहीं है मम्मी की डांट की वजह से उसने ये बात अपनी मां से भी नहीं बताई। आज स्कूल में वो अपनी क्लास में रोने लगी जिस पर उसकी टीचर ने उससे रोने की वजह जानी तो उसने अपनी टीचर से सारी बात बताई। जिसके बाद कालेज में हंगामा खडा हो गया। सारी टीचरे इकटठा हो गई और लडकी से रिक्शावाले की पहचान करवाई तो वो कालेज के बाहर ही खडा हुआ मिल गया जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसको खूब मारा और पुलिस के हवाले कर दिया वहां मौजूद अन्य कई लडकियों ने भी बताया कि ये रिक्शावाला उनके साथ भी छेडखानी करता है उसने आज भी कई लडकियों से ये कहा कि अबकी बार तुम्हारा नम्बर है। लडकियां ये बात बताती हुई जारोकतार रो रही थीं। लडकियों के परिजनों को भी मौके पर बुलवा लिया गया था। लेकिन इसमें यहां पर एक बात सोचने वाली है वो ये कि क्या लड़कियों की इवनिंग क्लास लगाया जाना सही है। जी0जी0आई0सी में लडकियों की छुटटी देर शाम होती है और बहुत सी लडकियां ऐसी होती है जो दूर दराज के क्षेत्रों से आती है जिनको अपने घर पहुंचने में अंधेरा हो जाता है। क्या लडकियों की सुरक्षा की दृष्टि से इवनिंग क्लासेस सही हैं। ये एक बडा सवाल है। जिन लडकियों के साथ ये छेडखानी की घटनाएं हुई है वो सभी लडकियों नाबालिग है।