छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों को 21 अप्रैल से मिलेगी सशर्त छूट !

छत्तीसगढ़में 20 अप्रैल से उन जिलों में सब कुछ सामान्य होने की संभावना जताई जा रही है, जिन्हें ग्रीन जोन रखा गया है। यहां पर रोजमर्रा से जुड़ी हुई सभी सेवाएं शुरू होने हो सकती हैं। जबकि ऑरेंज जोन वाली राजधानी रायपुर समेत चार जिलों में सर्शत छूट दी जाएगी। कटघोरा में पॉजिटिव मरीजों की अधिक संख्या होने के कारण कोरबा जिले को रेड जोन में रखा गया है। वहां 3 मई तक संपूर्ण लाॅकडाउन जारी रहेगा। प्रदेश में 3 मई के बाद भी कम से कम एक माह तक धारा 144 नहीं हटाई जाएगी।

इसी तरह ग्रीन जोन वाले जिलों में रोजमर्रा से जुड़ी सभी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाएगी। छोटे शहरों आैर गांवों में मनरेगा के अलावा सभी प्रकार की सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण भी शुरु होगा, लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन दुकानदारों और ठेकेदारों को खुद से करवाना होगा। ऐसा नहीं करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा ऐसे उद्योगों और निर्माण कार्यों को भी शुरू करने की अनुमति दी जाएगी, जहां पर श्रमिकों के रुकने और खाने की व्यवस्था होगी।

जहां प्रभावित इलाका, वह पूरा जिला ही रेड जोन

ग्रीन जोन : रायगढ़, कोरिया, सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, जांजगीर-चांपा, धमतरी, कवर्धा, कांकेर, बालोद, मुंगेली, बेमेतरा, गरियाबंद, सुकमा, बस्तर, नारायणपुर, बीजापुर, कोटा-मरवाही, सुकमा, बलौदाबाजार, सूरजपुर, कोंडागांव शामिल हैं। यहां चाय, पान एवं छोटे-छोटे रेस्टारेंट खोले जाने की संभावना है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग भी खोले जाएंगे, लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग जरूरी होगी।

ऑरेंज जोन : इस जोन में रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव आैर बिलासपुर जिले कोे रखा जाएगा। क्योंकि रायपुर से कोरोना के 5 पाजिटिव मरीज निकले थे। दुर्ग, राजनांदगांव आैर बिलासपुर में एक-एक केस पाए गए थे। यहां के मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।

रेड जोन : हॉट स्पाट वाले जिलों को रेड जोन में रखा जाएगा। प्रदेश में पूरा कोरबा जिला अभी रेड जोन में है। प्रदेश सरकार ने अभी फैसला नहीं लिया कि कटघोरा को छोड़कर जिले के बाकी हिस्सों में छूट दी जा सकती है या नहीं। कटघोरा में कोरोना के 30 से अधिक मरीज मिले, इसलिए वहां संपूर्ण लाॅकडाउन है। यानी स्कूल-कॉलेज और सब्जी बाजार वगैरह भी बंद हैं।

शहर के आउटर की सभी फैक्ट्रियों को अनुमति

प्रदेश सरकार ने शहर के आउटर यानी औद्योगिक क्षेत्र बीरगांव, उरला, सिलतरा, गोगांव, मेटल पार्क और धरसींवा से लगे क्षेत्रों की सभी फैक्ट्रियों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। राजधानी के यह इंडस्ट्रियल जोन रूरल एरिया में है। यही नहीं, प्रदेश में जहां भी नगर निगम सीमा से बाहर फैक्ट्रियां हैं, रेड जोन को छोड़कर सभी को शासन ने 20 शर्तों के साथ काम शुरू करने कहा है। यह बात अलग है कि उद्योगपतियों के संगठनों ने इन शर्तों को मानने से इंकार कर दिया है, इसलिए फैक्ट्रियां 3 मई तक नहीं खुलेंगी।

फैक्ट्री खोलने की प्रमुख शर्तें

फैक्ट्री में मापदंडों के अनुसार सफाई और सेनिटाइजेशन हर दिन होगा।
फैक्ट्रियों में श्रमिकों के तापमान की जांच हर दिन आते-जाते समय।
सभी मजदूरों के लिए साबुन, सेनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था।
सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का प्लान प्रशासन को पहले बताना होगा।
केवल स्थानीय मजदूरों से काम, उनकी संख्या भी 40 प्रतिशत ही।
कटघोरा: प्रभावित वार्डों से 3 किमी का दायरा क्वारेंटाइन

प्रदेश में कटघोरा को छोड़कर रायपुर सहित किसी जिले मेें किसी क्षेत्र विशेष को क्वारेंटाइन एरिया घोषित नहीं किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार कटघोरा के वार्ड 10 व 11 के अलावा 3 किमी रेडियस को क्वारेंटाइन एरिया घोषित किया गया है। वहां रहने वाले इस दायरे से बाहर नहीं जा सकते और कोई इसके भीतर नहीं अा सकता। सारी दुकानें भी बंद हैं।