पटेल जयंती पर यूनिटी मार्च पदयात्रा में हंगामा,  अधिकारीगणों के मौके पर नहीं पहुंचने से हुआ हंगामा

श्रीगंगानगर में आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के 150वीं वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी हंगामा की भेंट चढ़ गई। महाराजा गंगा सिंह चौक पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समय पर अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर स्थानीय विधायक जयदीप बिहानी ने खूब खरी खोटी सुनाई।
दरअसल सुबह तय समय पर विधायक जयदीप बिहानी कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए वहीं सैकड़ो की तादाद में स्कूली बच्चे भी पहुंच गए थे, मगर कलेक्टर एसपी या एडीएम आदि अन्य कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। हालांकि मंच पर भी किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं थी ,इसे देखकर बिहानी ने स्वयं ही आगे बढ़कर सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दिया।
बाद में एडीएम सुभाष चौधरी मौके पर आए तो विधायक जयदीप और उन्हें प्रोटोकॉल अपनाने तथा समय पर आने की बात कही इससे चौधरी बिफर गए और उन्होंने विधायक को कहा कि मै यहां से तंग आ गया हु मेरा यहां से ट्रांसफर करवा दो ।
हंगामा बढ़ता देख जिला कलेक्टर डॉ मंजूमौके पर पहुंची, उनके साथ भी विधायक ने प्रोटोकॉल अपनाने तथा इस प्रकार के राष्ट्रीय दिवस पर समय की पाबंदी रखने की बात कही , साथ-साथ अधिकारियों पर कंट्रोल रखने की बात कही। एडीएम सुभाष के यह कहने पर कि वह यहां से तंग आ चुका ,विधायक ने जिला कलेक्टर डॉक्टर मंजू से पूछा कि पता लगाए कि एडीएम किस से तंग है, कहीं आपसे तो तंग नहीं है । बाद में लोगों द्वारा मामला ठंडा करवाया गया ।अधिकारियों की इस प्रकार लापरवाही और प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर आम जनता भी आक्रोशित हो गई, लोगों का कहना था कि यह न केवल पटेल व बिरसा मुंडा की जयंती का अपमान है वरन राज्य सरकार के आदेशों का भी अधिकारियों द्वारा सरेआम उल्लंघन करते हुए चैलेंज किया जाना है । इस पर लगाम लगनी चाहिए इधर विधायक ने इस मामले को लेकर विधायक सूचना केंद्र पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाकर इस प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचाने की बात की कही गई तथा राज्य सरकार के आदेशों को नहीं मानने वाले ,आम जनता की नहीं सुनने वाले लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही गई । बिहानी ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व मुख्यमंत्री को इस पूरे घटनाक्रम से अवगत करवाया है। बिहानी का कहना है कि जिला कलक्टर डॉ मंजू जानबूझ कर कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर विधायक के बाद ही अक्सर ही पहुंचती हैं।