एटा/जलेसर: नगवाई में सीआरपीएफ के जवान को सैन्य सम्मान के साथ क्षेत्रीय लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई।

*एटा/जलेसर: नगवाई में सीआरपीएफ के जवान को सैन्य सम्मान के साथ क्षेत्रीय लोगों ने नम आंखों से दीअंतिम विदाई।*


*संवाददाता: रमेश जादौन 🌆 सिटी अपडेट न्यूज।*

देश के वीर सपूत राजेश कुमार नहीं रहे... ड्यूटी पर रहते हुए हृदय गति रुकने से हुआ निधन, जनपद एटा की तहसील जलेसर के गांव नगवाईं में हजारों लोगों ने नम आंखों से देश के जवान को दी अंतिम विदाई।


जलेसर/एटा:

देश की सेवा में समर्पित जवान कभी मरते नहीं... वे अमर हो जाते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण बन गए एटा जिले के जलेसर तहसील क्षेत्र के नगवाईं गांव के रहने वाले सीआरपीएफ मैं तैनात हवलदार राजेश कुमार यादव, जिनका हृदय गति रुकने से झारखंड के चाईबासा में ड्यूटी के दौरान निधन हो गया शनिवार सुबह 5 बजे हुई इस घटना ने पूरे गांव और जिले को शोक में डुबो दिया। जब तक सूरज-चांद रहेगा राजेश तेरा नाम रहेगा.. रविवार रात 9 बजे जब राजेश कुमार का पार्थिव शरीर नगवाईं गांव पहुंचा, तो हर आंख नम थी।
शहीद के स्वागत में गांव की गलियां तिरंगे और फूलों से सजी थीं। जैसे ही तिरंगे में लिपटा शव पहुंचा, चारों ओर से नारे गूंज उठे,भारत माता की जय?, ?राजेश अमर रहें, और ?जब तक सूरज-चांद रहेगा, राजेश तेरा नाम रहेगा।

*सीआरपीएफ की सलामी, प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी।*

इस दौरान एसडीएम भावना विमल, सीओ ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, तहसीलदार संदीप सिंह, नायब तहसीलदार शाश्वत अग्रवाल, थाना प्रभारी,अमित कुमार तोमर सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे सीआरपीएफ की टुकड़ी ने राजेश कुमार को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गांव के हजारों लोगों की मौजूदगी में शहीद को नम आंखों से विदाई दी गई।

*एक दिन की ड्यूटी, फिर मौन हो गया जवान*

परिजनों के अनुसार, राजेश कुमार वर्ष 1995 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे, और वर्तमान में छोटानागरा कैंप, चाईबासा (झारखंड) में तैनात थे, वे 3 नवंबर को अपने गांव आए थे ? बड़े भाई स्व. विजय पाल सिंह की नातिनी की शादी में शामिल होने 4 नवंबर को ड्यूटी के लिए रवाना हुए, और 6 नवंबर को कैंप पहुंचे 7 नवंबर की रात उन्होंने ड्यूटी की, लेकिन 8 नवंबर की सुबह 5 बजे साथियों ने उन्हें मृत अवस्था में पाया डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उनकी मौत हृदय गति रुकने से हुई।

*परिवार का छिन गया सहारा।*

मृतक राजेश कुमार अपने पीछे चार बेटे, तीन पोता और दो पोती छोड़ गए हैं।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
उनके पुत्र अनकूल यादव रिंकू ने बताया पापा हमेशा कहते थे वर्दी पहनना आसान नहीं, लेकिन देश की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।

*नेताओं व क्षेत्रवासियों की उपस्थिति में हुआ अंतिम संस्कार।*

अंतिम संस्कार में सपा के पूर्व विधायक रणजीत सुमन, बीजेपी की ब्लॉक प्रमुख भू देवी यादव, ब्लॉक प्रतिनिधि अशोक यादव, सपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामकिशन यादव, बीएसपी के जिला पंचायत प्रत्याशी जितेंद्र यादव (जीतू), ग्राम प्रधान देवेश यादव, प्रधान पद प्रत्याशी अमित यादव (जॉनी), बीएसपी के जिला पंचायत सदस्य मुकेश यादव, दामोदर सिंह यादव, और ग्राम पंचायत अधिकारी सत्येंद्र यादव बंटी यादव ,सहित क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।

राजेश कुमार की शहादत ने यह फिर साबित कर दिया कि देश की सुरक्षा करने वाले कभी नहीं मरते, वे हर हिन्दुस्तानी के दिल में जिंदा रहते हैं।

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।


रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।