जिला अस्पताल में तकनीकी खराबी के कारणों से ऑक्सीजन प्लांट महीनों भर से बंद ,अब तक नहीं हुआ सुधार कार्य।

बैकुंठपुर। कोरिया जिले के जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट महीनो भर से बन्द की स्थिति में है ऑक्सीजन प्लांट संचालित नहीं होने से जिला प्रशासन को प्रति माह ऑक्सीजन के लिए सीमावर्तीय क्षेत्रों से ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जा रहा है जिसके लिए जिला प्रशासन को प्रति वर्ष लाखों रूपये का भुगतान करना होता है कोरिया जिले के कंचनपुर कोविड सेंटर व जिला अस्पताल में कांग्रेस कार्य काल के समय ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया था जो कि देख रेख के अभाव में ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी होने के कारण संचालित नहीं हो रहा है बैकुंठपुर के जिला अस्पताल में दूर दराज से पहुंच रहे ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिएऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया था जिनसे 200 बिस्तर वाले जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के उपचार के कारगिल साबित माना जाने वाला ऑक्सीजन सप्लाई पूर्ण रूप से बंद है। सांस, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, फेफड़ों, किडनी, लीवर की समस्या से पीड़ित 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की स्थिति संदिग्ध होने पर ऑक्सीजन दिया जाता था वहीं 1000 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट बंद होने से जिला प्रशासन को प्रति वर्ष लाखों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

ऑक्सीजन प्लांट बंद होने व सीमावर्तीय क्षेत्र से ऑक्सीजन पूर्ति पर उठ रहे सवाल।

बैकुंठपुर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट बंद होने से अब ऑक्सीजन सीमावर्तीय क्षेत्र से लाया जा रहा है जिसके लिए जिला प्रशासन को उचित दाम भी देना होता है सूत्रों की माने तो ऑक्सीजन प्लांट बंद होने पर लाभ एक व्यक्ति को बिल बाउचर बनाना होता है जानकारी के अनुसार बिल बाउचर में हिस्सेदारी का रिवाज के कारण बिल बढ़ा कर बनाया जाता है कार्य भी ऐसे व्यक्ति को दिया गया जो पूर्व में ऑक्सीजन प्लांट का संचालन देखा जा रहा था वही जिला अस्पताल में कुछ लोगो द्वारा नाम न छापने के शर्त पर बताया गया कि ऑक्सीजन प्लांट देख रेख के अभाव में खराब हुआ है ऑक्सीजन प्लांट सही संचालन न होना, कार्य में लापरवाही का नतीजा हैं जिसके कारण स्थिति ऐसी बनी है ।

ऑक्सीजन प्लांट में लाखों के खर्च से होगा सुधार कार्य पुनः संचालित होगा ऑक्सीजन प्लांट।

ऑक्सीजन प्लांट मरमत कार्य के लिए अब प्रशासन को मोटी रकम के माध्यम से मरमत कार्य कराना होगा जिससे ऑक्सीजन प्लांट पुनः संचालित हो सकता है जिसके लिए पूर्व में ही जिला अस्पताल के सह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आयुष जायसवाल द्वारा पहल की गई है उन्होंने बताया कि जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट स्थिति को सुधार कार्य कराया जाएगा पुनः पहले की तरहा ऑक्सीजन मरीजों को मिल सकेगा इससे प्रशासन को लाखों रुपयों की बचत होगी। मरीजों को भी समय पर ऑक्सीजन मिल सकेगा।