कलियुगी पुत्रों ने दुत्कारा तो खाकी ने दिया सहारा, जलेसर कोतवाल अमित कुमार ने पेश की मानवता की मिसाल।

*कलियुगी पुत्रों ने दुत्कारा तो कोतवाल ने दिया सहारा, जलेसर कोतवाल ने पेश की मानवता की मिसाल।*


*संवाददाता: रमेश जादौन 🌆 सिटी अपडेट न्यूज।*

जलेसर/एटा:

जिस पिता ने जीवन भर मेहनत करके अपने बुढ़ापे के लिए आशियाना बनाया था उसी मकान से उसके कलियुगी बेटों ने मां बाप को घर से बाहर निकाल दिया। चार दिन से भूखे पेट रहने के उपरांत जब भूख सहन नहीं हुई तो पहुंचे कोतवाली जलेसर में न्याय की आस लगाकर। कोतवाली प्रभारी जलेसर अमित कुमार ने दिया बुजुर्ग दंपत्ति को सहारा। पहले भरपेट भोजन कराया फिर घर पर पहुंच कर घर के अंदर पहुंचाया। कलियुगी पुत्र अपनी पत्नी बच्चों सहित घर छोड़कर भागे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जलेसर नगर के मोहल्ला महावीरगंज निवासी हरि शंकर पुत्र स्वर्गीय बाबूराम मल्लाह अपनी पत्नी कटोरी देवी और अपने तीन बच्चों संजू राजू विष्णु के साथ रहते थे। जीवन भर मेहनत कर तीनों बच्चों को कार्य पर लगाया एक बेटा अनयंत्र नगर में रहकर किसी कंपनी में कार्यकर्ता है। वही दो बेटे जलेसर में ही उनके निजी निवास में रहते थे। चार दिन पूर्व दोनों बच्चों द्वारा पति-पत्नी को घर से निकाल दिया चार दिन से भूखे पेट रहकर सड़क पर सो रहे थे। जब भूख सहन नहीं हुई तो कोतवाली पहुंच गए और कोतवाली प्रभारी अमित कुमार को अपनी आपबीती सुनाई। बेहद रहम दिल कोतवाल के द्वारा पहले दोनों बुजुर्ग पति पत्नी को अपने हाथों से भोजन कराया तदोपरांत पुलिस भेज कर दोनों बच्चों को बुलाया लेकिन पुलिस के पहुंचने पर दोनों बच्चे घर छोड़कर भाग गए तो फिर स्वयं कोतवाल अमित कुमार महावीर गंज बुजुर्ग दंपति के घर पहुंचे और ताला तोड़कर उन्हें मकान में प्रवेश कराया और पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग दंपति के सगे भतीजे मुकेश को जिम्मेदारी सौंप कि जब तक मैं जलेसर कोतवाली प्रभारी के रूप में तैनात हूं तब तक इन बुजुर्ग दंपत्ति को भोजन की असुविधा नहीं होनी चाहिए। किसी भी चीज की जरूरत हो मेरा फोन नंबर रख लो और मुझसे कह सकते हो। मैं उनके भोजन की व्यवस्था करूंगा। कोतवाल के द्वारा किए गए प्रयासों की नगर में भूरि भूरि प्रशंसा की जा रही है। नगर के लोग कह रहे हैं कि अगर हर अधिकारी अमित कुमार जैसा हो तो रामराज्य की परिकल्पना साकार हो जाएगी।

रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।