लुधियाना में "लेखनी-दवात (चित्रगुप्त) पूजा सम्पन्न

लुधियाना! दिनांक 26 अक्टूबर'2025 (रविवार) को मुंडिया कला लुधियाना स्थित भगवान श्री चित्रगुप्त वेलफेयर फेडरेशन (रजि) के प्रधान कार्यालय में सामूहिक कलम-दवात एवं श्री चित्रगुप्त पूजन हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जिसमें भारी संख्या में चित्रगुप्त भक्त उपस्थित होकर पवित्र लेखनी-दवात एवं कुलदेवता भगवान श्री चित्रगुप्त जी की श्रद्धा भक्ति से पूजन आरती किया।
समारोह में भगवान श्री चित्रगुप्त वेलफेयर फेडरेशन के अध्यक्ष व समाज सेवक श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने छठ महापर्व होने के बावजूद भक्तगण समय निकाल कर समारोह में शामिल होकर पूजन किया पर प्रसन्नता व्यक्त किया अपने सम्बोधन में श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थ समाज में अब जागरूकता आ रही है और प्रत्येक कायस्थ संकल्पित हो रहा है कि अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा पुनः प्राप्त करनी है सुधीर ने कहा कि किसी ने अपने समाज के लिए संघर्ष किया उसे कानूनी सुरक्षा दिलाई पहचान दिलाई इसलिए उस समाज के लोग उन्हें नेता नहीं देवता मानते हैं परंतु कायस्थ विद्वान स्वयं के योग्यता की मदहोशी में अपना परिवार अपना समाज भूल गए ध्यान रहे जो अपनों नहीं रहा वो औरों का नहीं हो सकता आइए हम सब मिलकर समाज व राष्ट्र की प्रगति में नि:स्वार्थ भागीदार बनें अभी भी समय है जागो कायस्थ जागो जब भी जागो तभी सवेरा । सुधीर ने खेद जताते हुए कहा कि कायस्थ भगवान श्री चित्रगुप्त को केवल एक जाति के देवता के रूप में प्रस्तुत करते चले आ रहे हैं जो कि सर्वथा गलत है। भगवान श्री चित्रगुप्त जी सारे जीव जगत के देवता हैं वैश्विक न्यायाधीश हैं।
समारोह में लेखनी-दवात की पूजा उपरांत भजन कीर्तन के बाद भगवान श्री चित्रगुप्त जी की भव्य आरती हुई श्री चित्रगुप्त प्रसादम् का वितरण हुआ अंत में श्री चित्रगुप्त प्रसादम् (लंगर सेवा) जारी रहा ।
श्री शैलेश अस्थाना ने सम्बोधित करते हुए सुधीर कुमार श्रीवास्तव के कायस्थ समाज के हित के लिए किए जा रहे भगीरथ प्रयास की सराहना करते हुए सभी को सहयोग करने का आह्वाहन किया।
सज्जन श्रीवास्तव प्रदीप श्रीवास्तव ने आए हुए सभी अतिथियों के लिए शुभकामनाएं प्रस्तुत किए
समारोह में मुख्य रूप से सर्व श्री नागेन्द्र श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव, विकास सिन्हा, राकेश कुमार सिन्हा का योगदान सराहनीय रहा ।
समारोह में डा. गिरधारी लाल, प्रेम श्रीवास्तव, दविन्दर कुमार, लम्बोदर लाल, राकेश सिन्हा, रमेश श्रीवास्तव व अन्य ने सम्बोधित किया अंत में श्री सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।