कायस्थ समाज की मेहनत लाई रंग, देशभर में बढ़ी भगवान श्री चित्रगुप्त जी की पहचान* 

देशभर में कायस्थ समाज की निरंतर मेहनत और समर्पण का परिणाम अब सामने आ रहा है। भगवान श्री चित्रगुप्त जी और कायस्थ समाज की पहचान आज हर वर्ग के लोग करने लगे हैं। समाजसेवी पवन सक्सेना ने बताया कि जब सम्मानित कायस्थ बंधुओं का साथ मिलता है, तो अपने आराध्य श्री चित्रगुप्त जी की भक्ति अपने आप बढ़ती है।

उन्होंने कहा कि बीते 15 वर्षों में कायस्थ समाज ने पूरे देश में जनजागरण का ऐसा अभियान चलाया, जिससे आज हर समाज के लोग भगवान श्री चित्रगुप्त जी को जानने और मानने लगे हैं। पहले लोग अक्सर पूछते थे कि ?श्री चित्रगुप्त जी कौन हैं??, लेकिन अब समाज के सम्मानित कायस्थ जनों के अथक प्रयासों से यह नाम घर-घर तक पहुँच चुका है।

देश के कई हिस्सों में चित्रगुप्त भगवान के मंदिरों का निर्माण हुआ, जहां नियमित पूजा-अर्चना और भक्ति कार्यक्रमों के माध्यम से कायस्थ समाज ने अपनी सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है।

पवन सक्सेना ने आगे कहा कि ?कायस्थ समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने जो कार्य किए हैं, उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज के जागरूकता कार्यक्रमों को निरंतर आगे बढ़ाना चाहिए।? उन्होंने यह भी कहा कि आज भगवान श्री चित्रगुप्त जी और कायस्थ परिवार की विभूतियाँ न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी समाज का नाम रोशन कर रही हैं।

अंत में उन्होंने सभी से आह्वान किया कि ऐसे प्रेरणादायक और धार्मिक कार्यक्रमों को निरंतर जारी रखना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी अपने आराध्य श्री चित्रगुप्त जी की महिमा और कायस्थ समाज की गौरवशाली परंपरा से परिचित हो सकें।