कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने श्रीगंगानगर के कई खेतों में की छापेमारी, फर्जी तरीके से बीज उत्पादन के गोरखधंधे का किया खुलासा

श्रीगंगानगर से राकेश मितवा�


कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने श्रीगंगानगर के कई खेतों में की छापेमारी, फर्जी तरीके से बीज उत्पादन के गोरखधंधे का किया खुलासा


श्री गंगानगर में आज कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने लाव लश्कर के साथ किसानों एवं आम जनता के हितों को देखते हुए खेतों में तैयार होने वाले सर्टिफाइड बीज के नाम पर बीज उत्पादको द्वारा किए जा रहे गोरख धंधे का खुलासा किया।
� � � �मीणा ने कहा कि सर्टिफाइड बीज के नाम पर बीजों का उत्पादन कागजों में ही हो रहा है कागजों में ही उग रहा है , इसी नेक्सस को सामने लाने के लिए वे आज श्री गंगानगर आए हैं।
� � � � श्रीगंगानगर में मीणा ने आसपास के इलाकों के कई गांवों के खेतों में जाकर बीज उत्पादन के नाम पर फर्जी तरीके से �कृषि भूमि पर किए जा रहे बीज उत्पादन के कार्यों का खुलासा किया । गौरतलब है कि श्रीगंगानगर में दर्जनों की तादाद में बीज कंपनियां है और लगातार फर्जी नकली गुणवत्ताहीन बीज की शिकायत आने पर कुछ समय पहले जहां किरोड़ीलाल मीणा ने बीच कंपनियों के गोदाम पर छापा मारा था वहां भारी मात्रा में अमानत बीज मिले थे वहीं अब बीज निर्माण की प्रक्रिया में चल रहे गड़बड़ झाले को देखते हुए मीणा ने आज बीज उत्पादन खेतों में स्वयं जाकर इस बाबत इस गोरख धंधे का खुलासा किया।
� � � � गौरतलब है की बड़ी-बड़ी बीज कंपनियां बाजार से �कृषि जींस खरीद कर उन्हें को छानकर ग्रेडिंग करके सर्टिफाइड बीज के नाम पर किसानों को भारी मुनाफे देती है जबकि नियमानुसार बीज उत्पादन करने वाला खेतों में खुद अपने बीज उत्पादन क्षेत्र बनाकर वहां पर निर्धारित नियमों के अनुसार बीज तैयार करता है ,तभी वह सर्टिफाइड एवं गुणवत्ता युक्त बीज बनता है,,�
� � �मीणा ने बताया कि अनेक जगहों पर जिस जगह पर बीज निर्माण होना बताया गया उस जगह पर फसल के बजाय दूसरी फसल खड़ी थी, कई जगह पर बताई गई बीजों के निर्माण की जगह अन्य कोई फसल तैयार होती देखी, कई जगह खाली खेत मिले, कई जगह पर किसानों के खेतों को बीज निर्माण में काम में लिया जाकर बताया गया, मगर संबंधित जमीन के मालिक को ही इस बात का पता नहीं था। �ऐसे दर्जनों �मामले सामने आए हैं।
� � � �मीणा ने कहा कि ऐसे गलत तरीके से कार्य करने वालों में बीज निर्माता तो दोषी है ही साथ ही मॉनिटरिंग सही ढंग से न करने पर किसानों के साथ-साथ अधिकारी भी दोषी हैं ।
� � � � �उन्होंने कहा कि बीज निर्माण की प्रक्रिया के तहत तीन बार अधिकारियों को जाकर वहां बीज निर्माण की प्रक्रिया को देखना होता है मगर अनेक जगह पर अधिकारी एक बार भी वहां निर्माण की प्रक्रिया स्थल पर नहीं गए ।
� � मीणा ने कहा कि इसमें सभी दोषी हैं ,इसमें किसानों के साथ-साथ आम जनता के साथ भी यह धोखाधड़ी लगातार हो रही है क्योंकि सर्टिफाइड बीज के नाम पर जो फसल उगाई जा रही है वह गुणवत्ताहीन है और आम जनता को भी उसी प्रकार की फसल के बने उत्पाद या कहें कि अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो रहे हैं।
� � � � �मीणा ने कहा कि नेचुरल और ऑर्गेनिक फार्मिंग के नाम पर भी गड़बड़ झाला हो रहा है । श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ की शानदार उपजाऊ भूमि को लगातार पेस्टिसाइड डालकर जहरीला बना दिया गया है ऐसे में सभी दोषी हैं । उन्होंने नकली उर्वरकों की बिक्री की बात भी स्वीकार करते हुए कहा कि अब सभी पर नकल कशी जाएगी ।
� � � � �पिछली बार जब मीना श्रीगंगानगर आए और बीज विक्रेताओं पर छापामारी करके कार्यवाही की गई थी उन पर अभी तक कोई सार्थक कार्रवाई नहीं होने साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा �सैंपल लिए गए बीजों को सही बताने के बीच के विवाद को लेकर मीणा ने कहा कि विधानसभा में भी इस बारे में अधूरी जानकारी अधिकारियों द्वारा संबंधित मंत्रालय को दी गई। यह गलत था�

विधानसभा में अधूरी जानकारी देने वालो से होगी जवाबतलबी


� � � अपरिपक्व �जानकारी के लिए संबंधित से जवाब तलब किया जाएगा , �उन्होंने कहा कि गुणवत्ताहीन या अमानक बीज का मतलब कम से कम किसी भी बीज को 3 महीने तक ऑब्जर्वेशन में रखना होता है उसके बाद ही उसके बारे में राय मनाई जाती है। �लेकिन अधिकारियों ने पहले ही अपनी राय देकर अच्छा काम नहीं किया। कृषि मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि बीजों के बारे में पहले �विधानसभा में अधूरी जानकारी देकर सही बता दिया गया उन सभी को �मामलों को अब कृषि विश्वविद्यालय भेज कर G O T ग्रीन आउट टेस्ट के लिए भेजा गया है इसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

� � � � पहले जहां किसान अपनी फसल में से ही अगले साल के लिए बीज रख लेता था , लेकिन अब सर्टिफाइड बीजों के नाम पर जो कार्य हो रहा है , गुणवत्ता युक्त तथा अच्छे बीज मिलनी चाहिए जिससे किसान की पैदावार बढ़े तथा उसे आर्थिक लाभ हो और आम जनता को भी अच्छा खाद्य पदार्थ मिले मगर ऐसा हो नहीं रहा ।
� मिलने अमानत बीज तैयार करने के मामले को गंभीर मानते हुए स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा है कि अब ऐसा नहीं चलेगा संबंधित दोषियों को निश्चित रूप से इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
� � � �उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनके बीज निर्माण तथा उर्वरक के मामले में छापामारी को लेकर लोग अनेक तरह की बातें कर रहे हैं वह उनके ध्यान में है ।लेकिन मेरा काम ही मेरे बारे में उन्हें सब कुछ बता देगा।

कड़े तेवर मीणा के , विधायक बिहानी ने की प्रशंसा

गौरतलब है कि मीणा हनुमानगढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद बीती रात ही श्रीगंगानगर आए थे , सुबह सर्किट हाउस पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री मीणा ने अमानक बीज तैयार करने वाले बीज उत्पादको के खिलाफ अपने कड़े इरादे जाहिर कर दिए थे। बाद में स्थानीय विधायक जयदीप बिहानी ने भी उनसे शिष्टाचार भेंट में बेईमानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की हिमायत करते हुए अच्छे कार्य करने वालों को अप्रिशिएट करने की वकालत की। खेतों के आकस्मिक विजिट की इस कार्यवाही के समय स्थानीय कृषि विभाग के अधिकारीगण भी शामिल थे।