उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा में ब्रज 84 कोस परिक्रमा मार्ग सुर्खियों में

उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा में ब्रज 84 कोस परिक्रमा मार्ग सुर्खियों में

प्राचीन परिक्रमा के कुछ महत्वपूर्ण धार्मिक स्थानो को परिक्रमा से किया जा रहा हो वंचित

आज भी प्राचीन परंपरा के अनुसार पंडा समाज के लोग खडेरा घाट से ब्रज के राजा श्री दाऊजी महाराज को यमुना जल से स्नान कराते हैं

लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का सवाल�

क्या नक्शा गलत है या सही अगर सही है तो इतनी बड़ी चूक कैसे क्यों हो रहा है आस्था के साथ खिलवाड़

उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा का गांव गढ़ाया लत्तीपुर ब्रज 84 कोश परिक्रमा मार्ग को लेकर सुर्खियों में है वह इसलिए क्योंकि यहां यदुवंशियों के कुल गुरु गर्गाचार्य जी का प्राचीन स्थान है और इस स्थान को ब्रज 84 कोश परिक्रमा से अब वंचित कर रहे हैं जबकि जितने भी संत भक्त हैं वह है प्राचीन परिक्रमा यही होकर लगाते हैं कुछ संतों का मानना है कि जिन भक्तों को जानकारी नहीं है और यहां होकर परिक्रमण नहीं लगा पाते हैं उनको परिक्रमा का पुण्य लाभ नहीं मिल पाता है ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा प्राचीन नक्शा भी परिक्रमा को इसी आश्रम से होकर दर्शाता है लेकिन फिर भी कुछ संगठन और शान प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आस्था के साथ फेर बदल की जा रही है सबसे बड़ा सवाल यह है कि ग्रामीण और बहुत सारे संतों के पास जो नक्शा है क्या वह प्राचीन नक्शा सही है और अगर सही है तो इतनी बड़ी चूक क्यों क्यों प्राचीन ब्रिज चौरासी कोस परिक्रमा को बदला जा रहा है फिलहाल इसका जवाब किसी के पास नहीं कुछ ग्रामीण कभी डीएम कार्यालय पर ज्ञापन देते हैं तो कभी ब्रिज पर्यटन विभाग को जहां जो रास्ता दिखाई दे रहा है हर दरवाजा खटखटा रहे हैं लेकिन अभी तक सुनने को कोई तैयार नहीं सबसे बड़ा सवाल है आस्था का क्योंकि अधिक मास के महीने में अनगिनत संख्या में देश-विदेश के लोग भी ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा करते हैं ग्रामीणों ने प्राचीन स्थान का जो प्राचीन नक्शा दिखाया है क्या वह नक्शा सही है अगर सही है तो परिक्रमा गलत दिशा में क्यों किससे गलती हुई और क्यों बहुत सारे सवालों के साथ�

ब्यूरो रिपोर्ट नेमसिंह मथुरा