गुरु शिष्य की परम्परा इस देश की पुरातन परम्परा है तथा हमारे धर्म ग्रंथों मे भी इस बात का उल्लेख किया गया है - धर्मजीत सिंह

तखतपुर टेकचंद कारड़ा

शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों किया गया सम्मान*

*गुरु शिष्य की परम्परा इस देश की पुरातन परम्परा है तथा हमारे धर्म ग्रंथों मे भी इस बात का उल्लेख किया गया है - धर्मजीत सिंह*

*शिक्षक पारस पत्थर के समान:- धर्मजीत सिंह*


शिक्षक दिवस के अवसर पर कृषि उपज मंडी प्रांगण तखतपुर मे विकास खण्ड स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे 21 सेवानिवृत शिक्षकों के साथ साथ लगभग डेढ़ हजार शिक्षकों को शाल,श्रीफल मोमेंटो और कलम देकर सम्मानित किया गया। केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू एवं क्षेत्रीय विधायक धर्मजीत सिंह के मुख्य आतिथ्य तथा भाजपा जिला उपाध्यक्ष संतोष कौशिक की अध्यक्षता एवं अतिथियों के गरिमामय उपस्थिति मे कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती, माँ भारती एवं डॉ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन के छाया चित्र पर द्वीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पित किया गया, लोक प्रिय संस्करण सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत की प्रस्तुति के पश्चात छात्रों को शैक्षणिक रूप से निरंतर मार्गदर्शक देने मे शिक्षकों के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए गुरु की महिमा पर मार्मिक प्रस्तुति ने अपनी ओर आकर्षित किया तथा छात्राओं के द्वारा प्रेरक व शिक्षा प्रद स्मरणीय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।स्वागत भाषण शिक्षा समिति के अध्यक्ष राकेश तिवारी उपाध्यक्ष जनपद पंचायत ने दिया।
इस सम्मान समारोह मे मुख्य अतिथि के रूप मे केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि शिक्षक दिवस राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों के योगदान,राष्ट्र निर्माण मे उनकी भूमिका और समाज मे शिक्षा के महत्व को सम्मानित करने का एक राष्ट्रीय उत्सव है,यह दिन छात्रों को शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने,शिक्षण पेशे को बढ़ावा देने और शिक्षक छात्र संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। डॉ.सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला यह दिन राष्ट्र के भविष्य निर्माताओं के प्रति सम्मान और आस्था को समर्पित करता है। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि शिक्षकों का दायित्व मानवता का शिखर इसलिए कहलाता है क्योंकि शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैँ,बल्कि व्यक्तित्व निर्माण कर बेहतर इंसान और समाज निर्माता भी बनाते हैँ, वे छात्रों को अच्छे मूल्य, सामाजिक जिम्मेदारी और देश हित की भावना सिखाकर भावी पीढ़ी को समाज मे सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैँ, इस प्रकार शिक्षक राष्ट्र और समाज के भाग्य के निर्णायक होते हैँ और उनका कार्य मानवता के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है उन्होंने शिक्षकों को पारस पत्थर की संज्ञा दी।

भाजपा जिला उपाध्यक्ष संतोष कौशिक ने अपने उदबोधन मे सावित्री बाई फूले की कर्तव्य परायणता तथा भारत की शिक्षा नीति को सुदृढ़ बताया आगे उन्होने कहा कि शिक्षक छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैँ, इस मजबूत भूमिका को दर्शाने वाले विभिन्न पहलुओं मे उनका धैर्य, सहानुभूति और समर्पण शामिल है। शिक्षक वे मार्गदर्शक होते हैँ जो न केवल अकादमिक ज्ञान देते हैँ बल्कि जीवन के हर क्षेत्र मे एक जिम्मेदार और आत्मविश्वासी व्यक्ति बनाने मे मदद करते हैँ।

जिला प्रभारी भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ दिनेश राजपूत ने अपने धन्यवाद उदबोधन मे कहा कि शिक्षक दिवस हमे अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है तथा उनके बताये मार्गदर्शन को हम अपने जीवन मे आत्मसात कर एक बेहतर व्यक्तित्व का निर्माण कर सकते हैँ, यह शैक्षिक परम्परा छात्रों के भविष्य के निर्माण मे शिक्षकों की अहम भूमिका को रेखांकित करता है। सच्चे अर्थो मे हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम उनकी अपेक्षाओ पर खरे उतरें और समाज मे सकारात्मक योगदान दें, यही एक छात्र की ओर से अपने शिक्षक को दिया गया सर्वोच्च सम्मान है।

कार्यक्रम मे रही इनकी उपस्थिति - तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, जिला उपाध्यक्ष भाजपा संतोष कौशिक,जिला पंचायत उपाध्यक्ष ललिता संतोष कश्यप,जनपद पंचायत अध्यक्ष डॉ. माधवी वस्त्रकार ,जिला प्रभारी भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ दिनेश राजपूत,शिक्षा समिति के अध्यक्ष राकेश तिवारी,भाजपा नेता विशाल विक्की सिंह,सभापति जि.पं.भारती नीरज माली, सभापति जि.पं.अम्बिका विनोद साहू,सभापति जि.पं.,श्याम सुन्दर कश्यप अध्यक्ष सरपंच संघ, शिव कुमार कंवर अनुविभागीय अधिकारी,सत्यव्रत तिवारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अमरेश सिंह मुख्य नगरपालिका अधिकारी,मंडल अध्यक्ष गण नैनलाल साहू,रवि मेहर,दिनेश साहू,रामकुमार निर्मलकर,विनोद यादव,विजय जाटवर, मनोज पवार, राकेश डहरे, हीरा लाल जांगड़े, उपस्थित रहे। संकुल समन्वयक वल्लभ रजक, गेंदा उपाध्याय,लवकांत द्विवेदी,सुरेन्द्र दुबे सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाए उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन मृत्युंजय पाठक,जितेन्द्र सिंगरौल एवं आभार प्रदर्शन खण्ड शिक्षा अधिकारी कामेश्वर बैरागी ने किया।

इन्हे किया गया सम्मानित - सी एल कैवर्त्त,आर के तिवारी,डी आर कर्ष,एन एल वस्त्रकार बी एल तिवारी करमू सिंह, ईश्वर भारती,उमर कुरैशी,भागवत श्रीवास,मनीराम यादव,अमरजीत इच्छपुरानी,कुलदीप सिंह, वीर सिंह सेन,पी आर कौशिक,विद्यानंद साहू,चंद्रकान्त उपाध्याय,राजकुमारी शर्मा,प्रतिभा चौहान,दुर्गावती प्रधान,हीरालाल जांगड़े,विजय यादव।